प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बनेगा राज्यस्तरीय किसान काल सेंटर
भोपाल, 26 मार्च (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि आज मध्यप्रदेश का किसान विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। किसानो को होने वाली समस्याओं के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक राज्य स्तरीय किसान काल सेंटर बनाया जाएगा, जहां कोई भी किसान अपनी शिकायत दर्ज करा सकेगा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि किसानों के ऊपर फिर से बढ़ते कर्ज का बोझ आ गया है, वहीं बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने खड़ी एवं पकी फसलों को काफी नुकसान पहुँचाया है। भिंड जिले में व्यापारियों द्वारा सरसो की कीमत एक दिन में 1200 रूपये प्रति क्विंटल कम करने की घटना हो या फिर गेहूँ की एमएसपी 1975 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित होने के बावजूद किसानों को औसतन 1700 रूपये प्रति क्विंटल की कीमत मिलने की बात हो, शिवराज सरकार में आज हर जगह किसान ठगा जा रहा है। सरकार चना, मसूर और सरसों का उपार्जन लगातार टाल रही है, वहीं गेहूं की कम कीमत मिलने से किसानों को पिछले 20 दिनों में ही करोडों का नुकसान हुआ है। शिवराज सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में तीन बार ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी है, जबकि ये सरकार अब तक पहली बार की ओला वृष्टि से किसानों को हुये नुकसान का ही सर्वे तक नहीं करा पाई है। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा किसानों के हितों और अधिकारों की रक्षा की लड़ाई लड़ी है और इस बार भी हम मध्यप्रदेश के किसानों को शिवराज सरकार के हाथों प्रताड़ित नहीं होने देंगे। हमने किसानों की सभी तरह की समस्याओं के निराकरण के लिये मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक राज्य स्तरीय किसान कॉल सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के किसान भाई इस कॉल सेंटर में फोन करकर अपनी समस्या हमें बता सकते हैं, समस्या दर्ज करा सकते है। हम किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिये सरकार से बात करेंगे और किसानों को उनका हक और अधिकार दिलाने की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह किसान कॉल सेंटर एक अप्रैल से प्रारंभ होकर प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक फोन नंबर 0755-4248166 पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिये उनकी शिकायतें दर्ज करने का कार्य करेगा। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे