एक जिला-एक उत्पाद में अनूठे स्वाद-सुगंध के लिए प्रसिद्ध जीराशंकर चावल का चयन
सिवनी, 23 जनवरी(हि.स.)। जिले में पारंपरिक रूप उत्पादित किये जाने वाले जीराशंकर चांवल अपने अनूठे स्वाद, सुगंध और कोमलता के लिए प्रसिद्ध है। जिसका चयन शासन की महत्वाकांक्षी एक जिला एक उत्पाद परियोजना के लिए किया गया है। कृषि कल्याण विभाग के उपसंचालक मोरिस नाथ ने शनिवार को बताया कि जीराशंकर चावल के दाने जीरे की तरह अत्यंत छोटे होते हैं, जो पककर मुलायम, चमकदार तथा अत्यधिक स्वादिष्ट होता है। इन सब खूबियों के साथ ही जीराशंकर चावल की सुगंध हर किसी को आकर्षित करती है। जिले की पहचान जीराशंकर चावल को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से जिला प्रशासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत कृषक उत्पादक संगठन का निर्माण कर जिले के जीराशंकर चांवल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जीराशंकर चांवल बरघाट के कांचना, मोहगात, गड़ी, जैवनारा, ताखलां एवं विकासखण्ड कुरई के गोडेगांव, सुकतरा, मोहगांव सड़क में विशेष तौर पर बोई जाती है। कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से जीराशंकर चावल उत्पादक अपने उत्पाद का विक्रय कर सकेंगे। इसी तरह पेंच नेशनल पार्क तथा कान्हा नेशनल पार्क के होटलों, रिसोर्ट से समन्वय कर जीराशंकर चावल की बिरयानी एवं खीर को विशेष डिश रूप में पहचान दिलाई जा रही है। इसके साथ ही जीराशंकर चांवल का स्व-सहायता समूह के माध्यम से विक्रय करने के साथ ही ऑनलाईन डिजीटल प्लेटफार्म अमेजन एवं फ्लिपकार्ड के माध्यम से विक्रय के प्रयास किए जा रहे हैं। सरेखा एग्री प्रोडियूसर कम्पनी गंगेरुआ एवं पोनार फार्म प्रोडियूसर कम्पनी पोनार का बरघाट क्षेत्र में गठन कर पंजीयन किया गया है। जिनके द्वारा जीराशंकर के उत्पादन वितरण के साथ ही निकटतम महानगर नागपुर, जबलपुर एवं छिन्दवाड़ा जिले की संस्थाओं से सम्पर्क स्थापित जिले के जीराशंकर चावल का वितरण किया जाएगा, वहीं जीराशंकर धान का जीआई टेग प्राप्त करने हेतु सिवनी जीराशंकर सहकारी समिति बरघाट का पंजीयन किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/रवि सनोडिया-hindusthansamachar.in