उड़ान भरने की तैयारी में सहरिया बालिकाएं

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गुना, 06 मार्च (हि.स.)। विशेष पिछड़ी जनजाति सहरिया आदिवासियों की 26 बेटियां उड़ान भरने की तैयारी कर रहीं है। जिला प्रशासन की मदद से इन बेटियों की प्रतियोगी परीक्षा की नि:शुल्क कोचिंग द्वारा प्रदान की जा रही है। कक्षा 12वीं या इससे ज्यादा शिक्षित बालिकाओं को कोचिंग स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रदान कर रहा है। यह सभी बालिकाएं 6 अप्रैल को होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होंगी। बालिकाओं में पचौरा, रवी, भीमरामपुर, नर्मदा, लोडेरा, कुशेपुर, भिंडरा, उत्नागर, मंगरोड़ा, सामरसिंगा, आनापुर, लालोनी, बमोरी और चितोड़ा गांव की बालिकाएं शामिल है। बालिकाओं के बीच पहुँचे कलेक्टर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम 45 दिन बाद शनिवार को फिर से बालिकाओं के बीच पहुंचे। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, भोजन, आवासीय व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था तथा उनकी समस्याएं पूछी और सामान्य ज्ञान परखा। जिसका सही-सही जवाब एक सुर में सभी प्रशिक्षणार्थियों ने दिया। सहरिया बालिकाओं से बातचीत के दौरान कलेक्टर ने कहा कि प्रशिक्षण ले रही सभी बालिकाएं अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने सभी का हौसला बढ़ाया और प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपनी पूरी क्षमता से हवाई जहाज की तरह रनवे पर दौड़े तथा प्रतियोगी परीक्षा में सफलता की उड़ान भरे और जिला प्रशासन के प्रयासों को सार्थक परिणाम दें। उन्होंने बेटियों को सफलता के गुर बताये और कहा कि वे अपनी प्रतिभा पहचाने, लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और सफल होकर माता-पिता परिजनों तथा जिले का मान बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क कोचिंग प्राप्त कर रही बेटियों को पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल कराने और सफल कराने का उद्देश्य बेटियों को सक्षम और सशक्त बनाना है। ताकि वे आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम होकर अपने भाई-बहन और परिवार को भी सहारा बनकर सक्षम बनाए। समाज में उनका मान-सम्मान और बढ़े। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों से कहा कि सबसे कमजोर और पिछड़े समाज के उत्थान के लिए यह उनकी सेवा नहीं अपितु पुण्य का कार्य के लिए किए गए यज्ञ जैसा है। इस यज्ञ में दी गई आहुति से 26 परिवारों को संबल मिलेगा और वह आर्थिक और रूप से सशक्त होंगे। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रशिक्षणार्थियों की परीक्षा की तरह रोजाना रियल टाइम टेस्ट लें और कमियों का विश्लेषण कर उसे दूर करायें। इस दौरान बालिकाओं को प्रशिक्षण प्राप्त करने संबंधित प्रमाण-पत्रों का भी वितरण किया। इस दौरान एसडीएम अंकिता जैन, संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग राजेन्द्र जाटव, महिला एवं बाल विकास अधिकारी डीएस जादौन मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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