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कोरोना मरीजों को रैफर करने से पहले निजी अस्पतालों को लेनी होगी रैफरल कमेटी की अनुमति

उज्जैन, 30 मार्च (हि.स.)। कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को हुई बैठक में शहर में संचालित निजी नर्सिंग होम एवं अस्पतालों के संचालकों को निर्देश दिये कि वे अपने यहां भर्ती कोरोना पॉजीटिव पेशेंट को सरकारी अथवा निजी हॉस्पिटल में रैफर करने के पहले जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई रैफरल कमेटी की अनुमति अनिवार्य रूप से प्राप्त करें। इसके बाद ही पेशेंट को रैफर किया जाए। निजी पैथालॉजी संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रतिदिन जांच के लिये लिये जाने वाले नमूनों एवं जांच रिपोर्ट के बारे में अनिवार्य रूप से कोविड कंट्रोल रूम को सूचित करें। सूचना सीधे आरआरटी टीम के प्रभारी डॉ. रौनक एलची को भी दी जा सकती है। बैठक में निजी नर्सिंग होम एवं अस्पताल संचालकों से बिलिंग को लेकर आ रही शिकायतों के बारे में चर्चा की गई तथा निर्देश दिये गये कि रेमडीसीवियर एवं अन्य एंटीवायरल इंजेक्शन तथा एंटीबायोटिक के दामों में सभी जगह एकरूपता होनी चाहिये। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा शीघ्र ही आदेश जारी किया जायेगा। कलेक्टर ने नर्सिंग होम संचालकों को कहा कि उन्हें प्रशासकीय स्तर से हर तरह का सहयोग किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि सभी नर्सिंग होम अपने-अपने यहां कोविड के लिये आरक्षित किये गये बेड की संख्या अनिवार्य रूप से नोडल अधिकारी को प्रस्तुत कर दें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल, एसएस हॉस्पिटल, पाटीदार नर्सिंग होम, संजीवनी हॉस्पिटल, जेके नर्सिंग होम, देशमुख हॉस्पिटल, सीएचएल हॉस्पिटल, पुष्पा मिशन, गुरूनानक हॉस्पिटल, एसआर पैथालॉजी लेब, सोमानी सेन्ट्रल व नर्सिंग होम में संचालित पैथालॉजी लेब के संचालक शामिल हुए। कलेक्टर आशीष सिंह ने रेपिड रिस्पांस टीम के डॉक्टर्स एवं अन्य कर्मचारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देशित किया कि जैसे ही किसी क्षेत्र में कोविड पॉजीटिव रिपोर्ट आती है, वे तुरन्त वहां जाकर मरीज का परीक्षण करें एवं आवश्यक होने पर उसे हॉस्पिटलाईज करें। साथ ही होम क्वारेंटाईन रखने पर आवश्यक दवाओं एवं आपातकालीन सहायता के लिये मरीज एवं उनके परिजनों को रिस्पांस टीम के दूरभाष नम्बर देकर आयें। कलेक्टर ने कहा कि जहां भी पॉजीटिव मरीज आते हैं, वहां पर अनिवार्य रूप से कंटेनमेंट झोन बनाया जाये। आसपास के लोगों को सूचना देने के लिये पोस्टर-बैनर लगाये जायें। पोस्टर-बैनर को यदि कोई हटाता है तो इसकी सूचना कोविड कंट्रोल रूम को दी जाये, जिससे सम्बन्धित के विरूद्ध महामारी एक्ट के तहत कार्यवाही की जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में शहर में कुल 24 रेपिड रिस्पांस टीम कार्यशील है। कलेक्टर ने प्रत्येक टीम में एक पुलिसकर्मी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने कहा कि संक्रमण को धीमा करके ही कोरोना पॉजीटिव मरीजों का प्रबंधन किया जा सकेगा। उन्होंने आरआरटी टीम को आवश्यक वाहन एवं एम्बुलेंस उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये हैं। बैठक में आरआरटी टीम प्रभारी डॉ. रौनक एलची व टीम के सदस्य मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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