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आयशा परवीन को चिकित्सकों ने दी नई जिंदगी

भोपाल, 19 मई(हि.स.)। मध्य प्रदेश में छतरपुर के खजुराहो की 61 वर्षीय आयशा परवीन जिला चिकित्सालय छतरपुर के चिकित्सकों के उपचार से स्वस्थ होकर नई जिंदगी पा सकी हैं। चिकित्सकों के उपचार एवं खुद के हौसलें से स्वस्थ होकर बनी कोविड योद्धा। आयशा परवीन 16 अप्रैल को सीएससी खजुराहो में रेपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजीटिव पाई जाने और श्वांस लेने पर आ रही दिक्कत के चलते जिला चिकित्सालय छतरपुर रेफर की गईं। उन्हें बुखार एवं खांसी के साथ श्वांस लेने की तकलीफ होने से आईसोलेशन में उपचार के लिए तीन दिनों तक भर्ती किया गया। यहां स्वस्थ होने पर उनका ऑक्सीजन लेवल 91 से 95 प्रतिशत आ पहुंचा। 20 अप्रैल को अचानक उनका ऑक्सीजन लेवल कम होकर 86 फीसदी तक आ पहुंचा, उन्हें रेमडेसिविर इन्जेक्शन दिए गए। सुधार नही होने पर उन्हें आईसीयू में जिस वक्त भर्ती किया गया उस वक्त उनका ऑक्सीजन लेवल 89 फीसदी रहा। आईसीयू में उन्हें छह दिनों तक हाईफ्लो नेजल सपोर्ट दिया गया साथ ही उन्हें 16 से 30 लीटर ऑक्सीजन भी दी जाती रही। यहां उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ उन्हें फिर आइसोलेशन में भर्ती किया गया। इनको लेकर चिकित्सकों ने बताया कि वे 27 अप्रैल से 16 मई तक वह आइसोलेशन में भर्ती भर्ती रहीं। 10 मई को उनका कोविड आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई, उन्हें स्वस्थ होने पर 16 मई डिस्चार्ज किया गया। उनके बेहतर उपचार में डॉ. अरविन्द्र सिंह, डॉ. अमीता त्रिपाठी, डॉ. कविता तिवारी, इंचार्ज सिस्टर लक्ष्मी और शिखा तथा सपोर्टिंग स्टाफ छाया और मौना का योगदान भी रहा। आयशा परवीन एवं उनके परिजनों ने कहा है कि चिकित्सकों द्वारा किए गए उपचार और दी गई सलाह से वह आत्मबल एवं सकारात्मक विचारों के साथ मजबूत बनी रहीं, जिससे स्वस्थ होने में मदद मिली। वह स्वस्थ होने पर बेहद खुश हुईं और चिकित्सकों के प्रति उन्होनें आभार व्यक्त किया है । हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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