मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़े लोंगो को बर्ड फ्लू से किया जा रहा जागरूक
अनूपपुर, 13 जनवरी (हि.स.)। जिले में मुर्गी पालन व्यवसाय से लगभग 10 हजार पशु पालक प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। बर्ड फ्लू के प्रति कुक्कुट पालकों को मैदानी अमले द्वारा जागरूक किया जा रहा है। उप संचालक पशु चिकित्सा डां.व्हीपीएस चौहान ने बताया कि जिले में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिला एवं ब्लाक स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर सतत निगरानी की जा रही है। पक्षियों की आकस्मिक मृत्यु होने पर रैपिड रिस्पांस टीम को तत्काल सूचित करने की आम जन से अपील की गई है। सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), समस्त तहसीलदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सभी जनपद पंचायत, वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी से अनुरोध किया गया है कि वे अपने मैदानी अधिकारियों /कर्मचारियों को बर्ड फ्लू बीमारी के संबंध में जानकारी देवे एवं कही भी मुर्गियों अथवा अन्य पक्षियो की अप्राकृतिक मौत होने पर उसकी सूचना तत्काल पशुपालन विभाग को देवे। उप संचालक ने बताया कि पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पादों को 70 डिग्री सेंटीग्रेट से अधिक तापमान पर पका कर खाने से किसी भी प्रकार के नुकसान की संभावना नहीं रहती है। जिले की सभी कामर्शियल एवं डोमेस्टिक पोल्ट्री फार्मो की साप्ताहिक एवं रिटेल सेलर की प्रतिदिन बैठक ली जाकर बर्ड फ्लू के बचाव एव संबंधित तैयारी जैसे पोल्ट्री फार्म में किटाणुनाशक तरल जैसे सोडियम हाइपो क्लोराइड आदि का छिडकाव किया जा रहा है। साप्ताहिक बाजारों में नियमित साफ-सफाई हेतु निर्देशित किया गया है। खुले में मास बिक्री को प्रतिबंधित किया गया है। साप्ताहिक बाजारों में रिटेल सेलर के नियमित परीक्षण हेतु पशु चिकित्सक दल की ड्यूटी लगाई है। वन विभाग के मैदानी कर्मचारियों जैसे फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड तथा वन समितियों को वन परिक्षेत्र में वन पक्षी अन्य या प्रवासी पक्षियों की सत्तत निगरानी हेतु पशुपालन विभाग व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया है। पोल्ट्री फार्मो पर उपकरणों एवं कर्मचारियों को सेनेटाइजेशन करने एवं आवांछित व्यक्तियों के पोल्ट्री फार्म में प्रवेश ना करने की सलाह दी गई है। पोल्ट्री फार्मो के आस पास साफ सफाई रखने तथा चूने व कीटाणुनाशक के छिडकाव की सलाह दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला-hindusthansamachar.in