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मुनिश्री निकलंक सागर जी को दी गई ऑनलाईन विनयांजलि

03/05/2021 गुना 03 मई (हि.स.) । पुण्योदय तीर्थ अतिशय क्षेत्र बजरंगगढ़ विराजमान मुनिश्री प्रसादसागर महाराज के संघस्थ मुनिश्री निकलंक सागर महाराज की समाधि विगत दिवस हो गई थी। वर्तमान में कोरोना काल में शासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए मुनिश्री के प्रति अपनी श्रद्धा भावनाएं, विनय भाव प्रकट किए जाने हेतु एक ऑनलाइन विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया। करीब 2 घंटे तक चली इस सभा में देश भर से भक्तों के द्वारा विनयांजलि प्रस्तुत की गई। इसमें समाधिस्थ मुनिश्री के गृहस्थ अवस्था से समाधि तक के जीवन चर्या पर सभी ने प्रकाश डाला। बजरंगगढ़ कमेटी अध्यक्ष एसके जैन एवं मंत्री प्रदीप जैन ने बताया कि सभा में आर्यिका माताजी के विनयांजलि सन्देश की वीडियो, ब्रह्मचारी भैयाजियों, बहनों, अनेक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने मुनिश्री के बारे में संस्मरण बोलते हुए उनकी उत्कृष्ट चर्या की सराहना की। इस दौरान कई श्रावक अत्यंत भावुक हो उठे । आयोजन पुण्योदय तीर्थ कमेटी एवं जैन समाज गुना के द्वारा किया गया। संचालन अनिल जैन बडक़ुल के द्वारा किया गया। सभा में कई राज्यों से लगभग 280 श्रेष्ठि शामिल हुए। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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