G-20 Summit: युवाओं के लिए रोजगार के खुलेंगे नए दरवाजे, G-20 देशों के साथ इन तीन बिंदुओं पर बनी सहमति

G-20 Summit: जी-20 देशों ने मिलकर श्रम और रोजगार की स्थिति बेहतर बनाने के लिए दस्तावेज तैयार किया है। इसमें विभिन्न देशों के बीच तीन बिंदुओं पर सहमति बनी है।
G-20 Summit
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इंदौर, हि.स.। जी-20 देशों ने मिलकर श्रम और रोजगार की स्थिति बेहतर बनाने के लिए दस्तावेज तैयार किया है। इसमें विभिन्न देशों के बीच तीन बिंदुओं पर सहमति बनी है। इन बिंदुओं के अनुसार, श्रमिकों और कर्मचारियों की बेहतरी के लिए स्किल गैप को भरना जरूरी है। रोजगार के साथ सामाजिक सुरक्षा को भी उतना ही महत्व दिया जाएगा। इसके अलावा रोजगार के लिए टिकाऊ वित्तपोषण की योजनाएं बनानी होंगी। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में जी-20 देशों के श्रम एवं रोजगार मंत्रियों की शुक्रवार को हुई बैठक में इस दस्तावेज को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।

दुनिया भर के लोगों को मिलेगा लाभ

यह जानकारी केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने इंदौर में श्रम और रोजगार से जुड़ी तीन तीन दिवसीय जी-20 समिट के समापन के बाद मीडिया से बातचीत में दी। उन्होंने बतााय कि बैठक में यह सुझाव भी आया कि एक देश के कौशल प्रमाण-पत्र को दूसरे देश में मान्य किया जाए। अब इस दस्तावेज को नई दिल्ली में जी-20 पर नेताओं की घोषणा में शामिल करने के लिए विचारार्थ प्रस्तुत किया जाएगा। सभी ने स्वीकार किया कि इस दस्तावेज से दुनिया भर के लोगों को लाभ होगा। इससे कौशल के अंतर को कम किया जा सकेगा। साथ ही अलग-अलग देश अधिकतम विकास कर सकेंगे और कौशल साझा करने में मदद मिलेगी। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने पत्रकारवार्ता में समिट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले में इंदौर के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने बड़े उत्साह के साथ जी-20 की इस समिट का आयोजन किया। शहर में पूरी तरह से अच्छे से स्वागत किया, जिसके लिए सभी इंदौर आने वाले प्रतिनिधियों ने हमें धन्यवाद दिया।

लाभकारी रोजगार के द्वार खुलेंगे

उन्होंने बताया कि भारतीय जी-20 अध्यक्षता के तहत यह अग्रणी कदम दुनिया की दो तिहाई से अधिक आबादी के लिए अभूतपूर्व वैश्विक रोजगार के अवसरों के युग की शुरुआत करेगा। भारत के संदर्भ में देखें तो दस्तावेज को अपनाने और लागू करने से यहां के युवाओं के लिए दुनिया भर में लाभकारी रोजगार के द्वार खुलेंगे। इससे सतत, लचीला और समावेशी वैश्विक आर्थिक विकास होगा। इंदौर के सम्मेलन में विभिन्न देशों के 176 प्रतिनिधि, 26 मंत्री और अंतरराष्ट्रीय स्तर के 15 संगठन प्रमुख शामिल हुए।

56 दुकान भी पहुंचे विदेशी मेहमान

सम्मेलन में आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शुक्रवार की रात 56 दुकान भी पहुंचे। यहां उनके लिए डिनर का आयोजन किया गया था। अलग-अलग देशों से आए प्रतिनिधियों ने यहां इंदौरी जायकों का लुत्फ उठाया और इंदौर के खान-पान की तारीफ की। मेहमानों के लिए शनिवार सुबह राजवाड़ा क्षेत्र में हेरिटेज वाक और साइकिल राइड का आयोजन भी किया गया।

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