my-husband-has-become-an-ips-by-studying-you-would-not-have-done-such-things-when-you-were-studying-meena
my-husband-has-become-an-ips-by-studying-you-would-not-have-done-such-things-when-you-were-studying-meena

मेरे पति पढ़-लिखकर आईपीएस बने हैं, आप पढ़ लिए होते तो ऐसी बातें नहीं करते : मीना

गुना, 02 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई व चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह और चांचौड़ा की पूर्व विधायक ममता मीणा एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए तंज कसे हैं। विधायक लक्षमण सिंह ने बीते रोज पत्रकार वार्ता में कहा था कि मुख्यमंत्री यदि गंभीर हैं, तो हम जानकारी देते हैं, भू माफियाओं पर कार्रवाई करें। प्रशासन की हिम्मत नहीं है, बड़ी मछलियों पर कार्रवाई करे। उन्होंने चांचौड़ा की पूर्व विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले सैंया थे कोतवाल और अब भैया भये कोतवाल। सैंया और भैया के बीच जमीनों पर कब्जा करने और लूटने का काम जारी है। उन्होंने राजस्व मंत्री व पंचायत मंत्री को भी भूमाफिया बताया। अब चांचौड़ा की पूर्व विधायक व भाजपा नेता ममता मीणा ने आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पति पढ़-लिखकर का आईपीएस बने हैं। आप पढ़ लिए होते तो ऐसी बातें नहीं करते। उन्होंने कहा, गर्मी का पारा बढ़ते ही कांग्रेस के बुजुर्ग नेता के दिमाग का पारा बढऩे लगता है। हमारे भैया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रदेश की सभी बहनों के कोतवाल हैं। उनके कोतवाल रहते बहनें सुरक्षित हैं। अतिक्रमण के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता खुद ऐसे लोगों को साथ लेकर घूमते हैं, जिन्होंने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है। उनके खिलाफ क्यों नहीं धरना देते। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करे सरकार लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सरकार भू माफिया के विरुद्ध प्रदेश समेत गुना में भी कार्रवाई शुरू करे। वन भूमि पर सबसे ज्यादा कब्जा गुना में हैं। गरीब लोगों के घर तोड़ रहे हैं, उन्हें आपस में लड़ा रहे हैं। भूमाफिया उनकी जमीन गिरवी रख लेते हैं। सरकार बमोरी से ऐसे कब्जे हटाना शुरू करे। बमोरी में आदिवासियों को आगे करके जंगल कटवाया। लक्ष्मणसिंह ने कहा, जिले में दो तरह के तहसीलदार काम कर रहे हैं। एक कब्जा करने वाले तहसीलदार हैं। दूसरे कब्जा हटाने वाले। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in