MP Result 2024: एमपी बोर्ड के 5वीं और 8वीं में नरसिंहपुर जिले के छात्रों ने किया टॉप, लड़कियों ने मारी बाजी

मध्य प्रदेश बोर्ड 5वीं और 8वीं का रिजल्ट घोषित। आइए जानते हैं इस साल एमपी बोर्ड में लड़के और किसने बाजी मारी और पासिंग पर्सेंटेज क्या रहा? mpbse.nic.in पर विजिट कर चेक करें अपना रिजल्ट।
MP Board 2024 result declared
MP Board 2024 result declaredRaftaar.in

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। इस साल जिन बच्चों ने मध्य प्रदेश बोर्ड 5वीं और 8वीं के एग्जाम दिए थे। आखिरकार उनका इंतजार खत्म हो गया है। आज एमपी बोर्ड ने 5वीं और 8वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है।आइए जानते हैं इस साल एमपी बोर्ड में किस जिले के छात्र ने टॉप किया है? इसी के साथ हम आपको ये भी बताएंगे कि इस साल एमपी बोर्ड 5वीं और 8वीं का पासिंग परसेंटेज कितना रहा?

कहां के बच्चों ने किया टॉप

इस साल एमपी बोर्ड क्लास 5वीं और 8वीं में नरसिंहपुर जिले के छात्रों ने टॉप किया है। नरसिंहपुर जिले में क्लास 5वीं का पासिंग परसेंटेज 98.72% और आठवीं का 98.35% रहा। शासकीय शालाओं के 91.53%, अशासकीय शालाओं के 90.18% और मदरसा के छात्रों ने 73.26% स्कोर किया है।

कितने बच्चे बैठे परीक्षा में

इस साल 12 लाख 33 हजार 688 छात्र 5वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 3 लाख 13 हजार 565 छात्र शहर के रहने वाले थे। वहीं ग्रामीण के 9 लाख 20 हजार 123 छात्र शामिल हुए थे। इस साल आठवीं क्लास की परीक्षा में 11 लाख 37 हजार 387 छात्र शामिल हुए थे। इनमें से 3 लाख 18 155 छात्र शहरी और 8 लाख 19 हजार 232 छात्र गांव के रहने वाले थे।

कितना रहा स्कूलों का स्कोर

इस साल क्लास 8वीं में शासकीय स्कूलों के छात्रों ने 86.22%, अशासकीय स्कूलों के स्टूडेंट्स ने 90.60% और मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों का 67.40% पासिंग परसेंटेज रहा।

बोर्ड में लड़कियों ने मारी बाजी

एमपी बोर्ड क्लास 5वीं और 8वीं दोनों ही कक्षाओं में छात्राएं आगे रही। 5वीं में 89.62% लड़के और 8वीं में 92.41% छात्राएं उत्तीर्ण हुई। 8वीं में 85.94% छात्र और 89.56% बालिकाएं पास हुई। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी शहरी बच्चों से आगे रहें। 5वीं की परीक्षा में 92.60% ग्रामीण और 86.19% शहर के बच्चे पास हुए। वहीं 8वीं की परीक्षा में 88.35% रूरल स्टूडेंट्स और शहर में रहने वाले 86.35% छात्र पास हुए।

खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in