लेपा कांड
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मुरैना : लेपा हत्याकाण्ड-शॉर्ट इन्कांउटर में चम्बल के बीहड़ से दो इनामी गिरफ्तार

चंबल के बीहड़ों में छिपे लेपा कांड के दो आरोपितों से मंगलवार सुबह पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस के ललकारने पर आरोपितों ने गोली चलाना शुरु कर दिया।

मुरैना,एजेंसी । चंबल के बीहड़ों में छिपे लेपा कांड के दो आरोपितों से मंगलवार सुबह पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस के ललकारने पर आरोपितों ने गोली चलाना शुरु कर दिया। पुलिस द्वारा भी आत्म रक्षार्थ गोली चलाई गई। गोलीबारी के बंद होने पर पुलिस द्वारा की गई तलाशी के दौरान एक आरोपित अजीत जहां घायल मिला, वहीं दूसरा आरोपित भूपेंद्र बीहड में छिपा हुआ मिला । दोनों को पुलिस चिकित्सा के लिए अंबाह चिकित्सालय लेकर आई, यहां से लेपा कांड के मुख्य आरोपी अजीत को मुरैना जिला चिकित्सालय के कैदी वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया वहीं भूपेंद्र को दिमनी थाना हिरासत में भेज दिया गया है। इन दोनों आरोपियों पर आईजी चम्बल रेंज आईजी ने 30-30 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था।

मुरैना जिले के सिहोनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत लेपा गांव में 5 मई की सुबह गजेंद्र सिंह तोमर के परिवार पर कहर बनकर टूट गई । आरोपित धीरसिंह तोमर और उनके परिजनों ने लाठी-डंडों से हमला करने के साथ ही ताबड़तोड़ गोलियां चलाई । जिससे 3 महिला 3 पुरुषों सहित छह लोगों की मौत हो गई । इस घटना क्रम में पीड़ित की शिकायत पर 9 लोगों को नाम दर्ज किया गया। वहीं सहयोग करने के लिए एक महिला को भी संदेही आरोपी माना गया। पुलिस ने हत्या एवं हत्या के प्रयास के मामले में दो महिलाओं सहित अभी तक 6 आरोपितों को अपनी गिरफ्त में ले लिया।

चंबल के बीहड़ों में लेपाकांड के आरोपीगणों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने रात्रि के अंतिम पहर में तलाशी अभियान शुरू किया। मुरैना पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान को यह सूचना मिली थी इस पर दो दल गठित किये गये। इनमें जिले के प्रमुख थाना प्रभारी व उनका बल शामिल किया गया था। इन्हें महुआ थाना क्षेत्रान्तर्गत उसैद के बीहड़ों में तलाशी अभियान के लिये भेजा गया। उसैद गांव के बीहड़ी क्षेत्र में सुगबुगाहट होते देख पुलिस ने आरोपियों को ललकारा। बदमाशों की तरफ से चलती गोलियों को देख पुलिस ने भी आत्मरक्षार्थ गोलियां चलाई। कुछ देर बाद गोलीबारी बंद होने पर तलाशी अभियान शुरू किया। यहां एक युवक घायल व दूसरा बीहड में छुपा हुआ था । दोनों को पकडक़र पुलिस बाहर लाई। इन दोनों ने अपना नाम अजीत व भूपेंद्र निवासी लेपा बताया। अजीत के बांये पैर की पिढ़ली में गोली लगी थी। वहीं भूपेन्द्र के सिर पर भी घाव था। पुलिस प्राथमिक चिकित्सा के लिए दोनों को अंबाह चिकित्सालय लाई। यहां से अजीत को मुरैना जिला चिकित्सालय में इलाज व सुरक्षा के लिए भेज दिया। वही दूसरे आरोपी भूपेंद्र को दिमनी थाना की हिरासत में भेज दिया। जिले के महुआ थाना पुलिस इस मुठभेड़ पर कार्रवाई कर रही है। वह सिंहोंनिया थाना पुलिस आरोपियों से घटना के विषय में पूछताछ करेगी, क्योंकि अजीत से एक 315 बोर की राइफल बरामद हुई है ।भूपेंद्र के हाथ में दिखाई देने वाली बंदूक पुलिस को नहीं मिली है। अजीत को जिला चिकित्सालय के कैदी वार्ड में पुलिस ने सुरक्षा के बीच रखा है क्योंकि को संभालते इसकी फेसबुक पर पान सिंह के फोटो और उनकी घटनाएं अधिक मिली थी। पुलिस भूपेन्द्र से बंदूक के विषय में पूछताछ कर रही है। क्योंकि इसकी मां ने घर से बंदूक लाकर दी थी। यह बंदूक शॉर्ट इन्काउंटर के दौरान बीहड़ में नहीं मिली। इसके साथ ही अभी फरार आरोपितों पर कौन-कौन से कितने हथियार है इसकी जानकारी पुलिस भूपेन्द्र से ले रही है।

मुरैना पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि अभी तक दो महिलाओं सहित 6 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं शीघ्र ही शेष चार आरोपियों को पुलिस पकड़ लेगी। इसके लिये सभी पर चम्बल रेंज पुलिस महा निरीक्षक सुशांत सक्सेना ने 30-30 हजार रूपये का इनाम रखा है। सूचना मिलने पर पुलिस लगातार उनके ठिकानों पर दविश दे रही है।

सिंहोनिया क्षेत्र में सुगुबुगाहट - मकान टूटने के भय से हाजिर चार आरोपी -

लेपाकाण्ड के सभी प्रमुख आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गये हैं। घटना के दिन से ही पुलिस इन आरोपियों का पीछा कर रही थी। घटना के बाद चार पहिया वाहन से आरोपीगण भिण्ड की ओर भाग गये थे। भिण्ड के कनाथर अमायन तक पुलिस को इनकी सूचना मिली थी। मुरैना पुलिस के साथ भिण्ड पुलिस द्वारा दविश दिये जाने से आरोपीगण वाहन छोडक़र बीहड़ व जंगल में कूद गये। यहां से उत्तरप्रदेश के इटावा तक पहुंच गये। जिस तरह आरोपितों ने घटना को अंजाम दिया उससे लोगों को लग रहा था कि यह लौटने वाले नहीं है। सिंहोनिया थाना क्षेत्र के अनेक गांवों में दबी जुवान से चर्चा हो रही है कि प्रशासन व पुलिस की शक्ति से आरोपीगण भयभीत हो गये। मकान तोडऩे की चेतावनी दिये जाने से आरोपितों को सबकुछ बर्बाद होने का भय सता गया। यह डर उस समय और बढ़ गया जब घटना के 24 घंटे में दोनों महिलाओं सहित मुख्य योजनाकार धीरसिंह तोमर पकड़ा गया। इसके साथ ही पुलिस द्वारा मकान तोडऩे की चेतावनी दिये जाने के बाद आरोपीगणों में खलबली मच गई। गांव से यह सुगुबुगाहट शहर आती उससे पहले राजस्थान सीकर से सोनू तथा महुआ उसैद मेें इन्काउंटर के दौरान अजीत व भूपेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक और आरोपी के हाजिर होने की खबर थी। यह आरोपी कौन है इसके विषय में पुलिस ने अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है।

भूपेन्द्र की बंदूक मिलेगी शाम तक -

लेपाकाण्ड में उपयोग की गई बंदूक देर शाम तक पुलिस के पास आ जायेगी। इस बंदूक के साथ भूपेन्द्र वीडियो में दिखाई दे रहा था। शॉर्ट इन्काउंटर में पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद भूपेन्द्र ने पुलिस को अवगत करा दिया है कि उसकी बंदूक भारोली गांव में किसी रिश्तेदार के यहां रखी हुई है। यह जानकारी मिलते ही पुलिस दल बंदूक लेने के लिये भारोली गांव रवाना हो गया है। इस 12 बोर की बंदूक से कितनी गोलियां चलाईं गईं हैं। इसके विषय में पुलिस पूछताछ कर रही है।

अगले 24 घंटों में दो आरोपियों के और आने की संभावना

लेपाकाण्ड के नामदर्ज 9 आरोपियों में से पांच की गिरफ्तारी पुलिस कर चुकी है। अभी दो आरोपियों के अगले 24 घंटे में पुलिस के पास आने की प्रबल संभावना है। इसके लिये पुलिस बल ने एक आरोपी के मामा को अपने साथ ले लिया है।

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