विजय दिवस पर शहीद के परिजनों का किया सम्मान
विजय दिवस पर शहीद के परिजनों का किया सम्मान

विजय दिवस पर शहीद के परिजनों का किया सम्मान

शहीदों को श्रद्धांजलि देकर मनाया कारगिल विजय दिवस सोल्जर डिफेंस एकेडमी द्वारा शहीद के परिवार का किया गया सम्मान शाजापुर 26 जुलाई (हि.स.)। कारगिल विजय दिवस के 21 साल पूरे होने पर देशभर में हिन्दुस्तान के वीर सैनिकों के साहस, शौर्य और वीरता की गौरव गाथा एक बार फिर सुनाई दी। विजय दिवस के मौके पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित करके कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। शाजापुर में भी पूर्व सैनिकों द्वारा मां भारती के रणबांकुरों की वीरता को याद किया गया। नगर में संचालित सोल्जर डिफेंस एकेडमी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थितजनों ने कोरोना महामारी से बचाव संबंधी नियमों का पालन करते हुए भारत माता के चित्र की पूजा-अर्चना कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक दीपक हरियाल ने कहा कि आॅपरेशन विजय के तहत कारगिल का युद्ध विश्व की सबसे उंची चोटियों पर लड़े गए युद्धों में से एक था। इस युद्ध में हमारे लगभग 527 से अधिक वीर योद्धा शहीद व 1300 से ज्यादा घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश अपने जीवन के 30 वसंत भी नही देख पाए थे। इन शहीदों ने भारतीय सेना की शौर्य व बलिदान की उस सर्वोच्च परम्परा का निर्वाह किया, जिसकी सौगन्ध हर सिपाही तिरंगे के समक्ष लेता है। इन रणबाँकुरों ने भी अपने परिजनों से वापस लौटकर आने का वादा किया था, जो उन्होंने निभाया भी, मगर उनके आने का अन्दाज निराला था। वे लौटे, मगर लकड़ी के ताबूत में। उसी तिरंगे मे लिपटे हुए, जिसकी रक्षा की सौगन्ध उन्होंने उठाई थी। जिस राष्ट्रध्वज के आगे कभी उनका माथा सम्मान से झुका होता था, वही तिरंगा मातृभूमि के इन बलिदानी जाँबाजों से लिपटकर उनकी गौरव गाथा का बखान कर रहा था। कार्यक्रम में शहीद जवान हेमन्त राठौर के परिजनों का शाल व श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया तथा शहीदों की स्मृति में पौधारोपण भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से रामगोपाल देवतवाल, हरिदर्शनसिंह तोमर, विजय तिवारी, बद्रीलाल पाटीदार, विजय गवली, रूपेशजी हारोड तथा दीपक सिंह उपस्थित रहे। अंत में आभार सोल्जर डिफेंस एकेडमी के संचालक राजेंद्रसिंह जादौन ने माना। हिन्दुस्थान समाचार/मंगल नाहर/राजू-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.