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कई ट्रेनों को लगे ब्रेक, यात्रियों की कम हुई आवाजाही

उज्जैन, 30 अप्रैल (हि.स.)। देश में कोरोना की दूसरी लहर के चलते कई शहरों और राज्यों में लॉकडाउन 7 मई तक बढ़ा दिया गया है। देशवासी गाइडलाइन का पालन करते हुए घरों से नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों में यात्रियों की संख्या लगातार कम हो रही है, जिसे देखते हुए कई ट्रेनों को बंद कर दिया गया है। जिसके चलते अब रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही ना के बराबर हो गई है। बाबा महाकाल की धार्मिक नगरी में प्रतिदिन दर्जनों ट्रेनों का आवागमन होता है। पिछले वर्ष लॉकडाउन के चलते ट्रेनों का सफर थम गया था। लेकिन जुलाई बाद ट्रेनों के सफर की शुरुआत धीरे-धीरे कर दी गई थी। लेकिन एक बार फिर मार्च-अप्रैल माह में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप पूरे देश में दिखाई दिया है। जिसके चलते एक बार फिर धीरे-धीरे कर रेलवे विभाग ने ट्रेनों के पहियों पर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया था। अप्रैल माह के अंतिम दिनों में करीब 2 दर्जन से अधिक ट्रेनों को बंद किया गया है, जिसमें साप्ताहिक और लंबी दूरी की ट्रेनें शामिल हैं। रतलाम रेल मंडल में रेलवे कर्मियों के संक्रमित होने के बाद इस रूट पर आसपास के शहरों के लिए चलने वाली ट्रेनों को भी बंद कर दिया गया है। कुछ ट्रेनों का रूट बदला गया है। ट्रेनों में प्रतिदिन यात्रियों की संख्या भी कम होती जा रही है। मजदूर वर्ग भी अब ट्रेनों में सफर करता नजर नहीं आ रहा है। जिसके चलते धार्मिक नगरी के रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों की आवाजाही काफी कम हो चुकी है। शुक्रवार सुबह रेलवे स्टेशन पर वीरानी दिखाई दे रही थी। यात्रियों की प्रतीक्षा में कुछ ऑटो चालक जरूर स्टेशन परिसर पहुंचे थे। लेकिन आने वाली ट्रेन में यात्रियों के नहीं होने पर ऑटो चालकों को सवारी नहीं मिल पाई थी। हिंदुस्थान समाचार/गजेंद्र सिंह तोमर

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