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मनोज को लॉकडाउन में भी खरबूजे एवं टमाटर की खेती से मिला सबल

-उद्यानिकी फसलों से जीवनस्तर में आया बदलाव अनूपपुर, 05 मई (हि.स.)। अपने गुणों और बेहतरीन स्वाद के लिए प्रसिद्ध मौसमी फल खरबूजा कोरोना विपदा काल के चलते काश्तकारों के लिए मानो सोने का फल साबित हो रहा है। खरबूजे की पैदावार में अनूपपुर भी अब पीछे नहीं है। अनूपपुर जिले में इस फल की पैदावार की अच्छी संभावनाओं को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रफल को खरबूजा पैदावार के अंतर्गत लाने की कोशिशें शुरू हो गई है। इसी तरह काश्तकार टमाटर की पैदावार से भी अच्छी कमाई कर रहे हैं। जिले के कोतमा जनपद के ग्राम लालपुर के 32 वर्षीय मनोज कुमार साहू ने करीब 4 साल पहले बेकार पड़ी अपनी 1 एकड़ भूमि में खरबूजे की दो प्रजातियों एवं 1 एकड़ में साहो, हाईब्रिड टमाटर की दो प्रजातियों की खेती से काश्तकारी की शुरुआत की। पहली बार की फसल ही तीन लाख रूपये की गई। मनोज कुमार साहू ने बताया कि पहले नौकरी के लिए लगातार कोशिशें की फिर अतिथि शिक्षक के वेतन से किसी तरह गुजारा होने लगा। कहने को 2 एकड़ भूमि थी, जिसे अच्छी कमाई की लालसा में दुरुस्त कर उसमें खरबूजे और टमाटर लगाया फिर दोनों फसलों के उत्पादन से पहले वर्ष से ही लखपति बना दिया। इनकी कमाई से उत्साहित और अधिक मेहनत से फसलों को उगाना जारी रखा। मनोज ने बताया महज 4 वर्ष पहले तक नौकरी किया करता था। दौरान उद्यान विभाग के मैदानी अमले ने उन्हें खरबूजा एवं टमाटर की खेती करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें न केवल तकनीकी मार्गदर्शन दिया, बल्कि भरपूर उत्पादन लेने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत ड्रिप सिंचाई पद्घति, संरक्षित खेती के अंतर्गत मलचिंग शीट, उद्यानिकी यंत्रीकरण के अंतर्गत बढ़ावा देने हेतु पावर टिलर, पावर वीडर और पावर स्प्रे पंप भी उपलब्ध कराए। इस मदद से दोनों भरपूर फसलें उगार्इं। जिससे खरबूजे की एक फसल डेढ़ लाख और टमाटर से दो लाख रूपये की कमाई हुई। इस उद्यानिकी फसलों से जीवनस्तर बदल दिया है। और इन फसलों की कमाई से मकान बनवाया,एक मोटरसाइकिल, डीजल पंप एवं विद्युत पंप भी खरीद लिया। एक ओर जहां लॉकडाउन से उत्पन्न व्यापार एवं रोजगार की अनिश्चितता के दौरान भी आज ये दोनों फसलें लिए वरदान बनी हुई हैं और वह आज भी इनसे से भरपूर कमाई कर अपनी आजीविका चला रहा हैं। मनोज ने बताया कि उद्यनिकी फसल से परिवार के हालात बदली है। अब पैसा रुपयें की कमी नहीं हैं। इस समय दोनों फसलों से अच्छी कमाई हो रही है। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक व्हीडी नायर ने बताया कि जिले में काश्तकारों की माली हालत सुधारने के लिए काश्तकारों को अनुदान बतौर संसाधन उपलब्ध कराकर उद्यानिकी फसलों को ब$ढावा दिया जा रहा है। इससे काश्तकारों की आमदनी में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी उन्हें अच्छी कमाई हो रही है। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

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