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मध्‍य प्रदेश : दीनदयाल रसोई में एक अप्रैल से अब तक 12 लाख से अधिक लोगों को भोजन वितरित

भोपाल, 22 मई(हि.स.)। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के बीच मध्य प्रदेश में दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना गरीबों का सहारा बनकर सामने आई है। कोई भूखे पेट ना सोए, इस दिशा में यह रसोई प्रदेश भर में आज अपना अहम रोल अदा कर रही है। दरअसल, कोरोना कर्फ्यू की वजह से गरीब वर्ग के कई लोगों के हाथों से काम छिन गया है। उनके यहां दो वक्त की रोटी का इंतजाम नहीं रहा। कई परिवारों को खाने के लाले पड़ गए। यद्यपि शासन की ओर से अब तीन माह का राशन निशुल्क पहुंचाया जा रहा है पर कई परिवार ऐसे हैं जिन्हें या तो राशन नहीं मिल रहा या वे भोजन पकाने की स्थिति में नहीं हैं। इसके अलावा बीमार जन व कोराना से पीडि़त वे परिवार जो होम क्वारंटीन हैं और अपना भोजन बनाने में समर्थ नहीं, उन्हें समाज की मदद की जरूरत है। ऐसे परिवारों की मदद के लिए नगर पालिका द्वारा जन सहयोग से संचालित दीनदयाल रसोई बड़ा सहारा बनी हुई है। यहां 10 रुपए में भरपूर स्वादिष्ट भोजन मिल रहा है। जो रसोई तक नहीं पहुंच पा रहे तो ऐसे में रसोई ही अपनी डोर टू डोर सुविधा से उन तक पहुंच जा रही है। गौरतलब है कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को रसोई केंद्रों का संचालन बेहतर ढंग से करने के निर्देश दिए थे। रसोई केन्द्रों के संचालन में स्वयंसेवी संस्थाएं और अन्य लोग भी लगातार सहयोग कर रहे हैं। इस संबंध में प्रदेश के जनसंपर्क संचालनालय में जनसंपर्क अधिकारी राजेश पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि दीनदयाल रसोई केंद्रों में एक अप्रैल से 21 मई तक 12 लाख 75 हज़ार 213 जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। और यह क्रम लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि भोपाल में संचालित रसोई केंद्रों में एक लाख 90 हजार 266, ग्वालियर में एक लाख 35 हजार 193, जबलपुर में 97 हजार 275, इंदौर में 92 हजार 630, रीवा में 84 हजार 945, सागर में 60 हजार 178, मुरैना में 68 हजार 910, छिंदवाड़ा में 92 हजार 556, खरगोन में 64 हजार 669, सतना में 68 हजार 398 और उज्जैन में 41 हजार 928 लोगों को भोजन कराया गया है । इसी तरह अन्य जिलों में संचालित रसोई केंद्रों में भी सस्ती दर पर जरूरतमंदों को भोजन कराया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी

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