अमरकंटक ताप विद्युत गृह आग लगने से एक लाख के नुकसान का अनुमान
रखरखाव हेतु 15 दिनों के लिए बंद हुआ विद्युत उत्पादन अनूपपुर, 17 जून (हि.स.)। अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 16 जून की सुबह 10 बजे लगी आग में प्रबंधक ने तात्कालिक रूप में लगभग एक लाख रुपये तक के नुकसान का अनुमान लगाया है। वहीं आगजनी की घटना के बाद प्रबंधन ने रखरखाव (मेंटनेंस) के लिए आगामी 15 दिनों के लिए प्लांट को बंद रखने का घोषणा की है। जिसके कारण अब अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई से 15 दिनों बाद पुन: उत्पादन आरम्भ हो सकेगा। मुख्य अभियंता अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई निर्मल कुमार तिवारी ने गुरुवार को बताया कि 210 क्षमता मेगावाट विद्युत उत्पादन ईकाइ की टरबाइन बिल्डिंग की चौथी मंजिल स्थित ओमेटी रूप में आग लगने से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। टरबाइन की गैसकिट से आग लगी थी। जिसमें ओमेटी रूम में रखे तार और कुछ उपकरण जले हैं। उन्होंने बताया कि चचाई गृह से रोजाना 5.04 मिलियन बिजली उत्पादन होता है। लेकिन आगामी 15 दिनों तक प्लांट के बंद रहने से नुकसान 75 मिलियन से अधिक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि प्लांट 2-3 साल में एक बार कुछ दिनों तक मेंटनेंस के रूप में बंद रखा जाता है। कल की घटना में पिछले 150 दिनों से यूनिंट 5 के लगातार चलने और बिजली उत्पादन की चल रही चर्चा पर अधिकारियों ने इसका सम्बंध आगजनी मुख्य अभियंता ने बताया कि पावर प्लांट हुई अगजनी में जबलपुर की टीम आगामी 3-4 दिनों में पहुंचेगी, जो परिसर और घटनाओं पर अपनी जांच रिपोर्ट वरीष्ठ अधिकारियों को सौंपेगी। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला