गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुनाया प्रसंग
गुना, 26 फरवरी (हि.स.)। जिले के आरोन के हापाखेड़ी में चल रही सात दिनी श्रीमदभागवत कथा के छठवें दिवस शुक्रवार को गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया। व्यासपीठ पर आसीन सुश्री रेखा रामायणी जी ने कहा इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की झांकी सजाई गई। नटेश्वर नृत्य संस्था के कलाकारों द्वारा भगवान श्री कृष्ण के वेश में नृत्य कर लोगों का आनंदित किया। कथा पंडाल में उपस्थित महिलाएं अपने आपको थिरकने से नहीं रोक पाई और प्रभु भक्ति में जमकर झूमी। कथा में गिर्राज जी का पूजन कथा यजमान कमल सिंह यादव, जालम सिंह यादव, राजा भैया यादव, मुन्नालाल यादव, विरमाल सिंह यादव, रामपाल यादव एवं उनके परिजनों द्वारा किया गया। साथ ही भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष हरि सिंह यादव, भाजपा जिला सोशल मीडिया प्रभारी विकास जैन नखराली, प्रदेश प्रधान महासचिव यादव महासभा सीमा यादव, शीतल सिंह जज्जी, भगवत सिंह रघुवंशी, अमर सिंह यादव, जगभान सिंह यादव ने कथा वाचक से आशीर्वाद प्राप्त कर कथा श्रमण की। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक