lockdown-the-band-and-the-gardeners-arrive-at-the-collector39s-shelter
lockdown-the-band-and-the-gardeners-arrive-at-the-collector39s-shelter

लॉकडाउन : बैंड बाजे और गार्डन वाले पहुंचे कलेक्‍टर की शरण में

अशोकनगर, 12 अप्रैल (हि.स.)। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर जहां आम लोगों के बीच रोजगार का संकट मंडराने लगा तो वहीं छोटे-छोटे उद्योगों पर भी असर एक बार फिर देखने को मिल रहा है। सोमवार को बैंडबाजे, बग्गी, कैटरिंग टेंट वालों ने यहां शादियों में 300 से 500 लोगों के शामिल होने की मांग को कलेक्टर से करते हुए ज्ञापन दिया, ज्ञापन में कहा गया अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वे स्वेच्छा से गिरफ्तारी देंगे। इवेंट एसोसिएशन ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देते हुए कहा कि पिछले वर्ष लॉकडाउन लग जाने के कारण उनका धंधा चौपट हो गया था, पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी ऐसा कुछ ना हो इसलिए हम लॉकडाउन से पहले प्रशासन को अवगत कराना चाहते हैं कि वह व्यापारियों लोगों को डीजे टेंट एवं गार्डन संचालकों को कोई रियायती छूट दे। जिससे कि वे अपने घर परिवार को सुचारू रूप से चला सकें। ज्ञापन में कहा गया कि प्रशासन से अनुरोध है कि टेंट साउंड कैटरिंग हलवाई लाइट फ्लोर बेड के व्यापारियों को आने बाले सीजन के लिए शासन की गाइड के अनुरूप 300 से 500 तक की संख्या की अनुमति दें, जिससे व्यापारियों का व्यापार सुचारू रूप से चला सकें। मांग की गई है कि शुक्रवार शाम 6 बजे सोमवार सुबह 6 बजे तक लगने वाला कोरोना लॉकडाउन के दौरान आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए परमिशन दी जाए। व्यापारियों का कहना है कि हमारी समस्याओं को जानते हुए रियायती छूट दी जाए। उनका कहना है कि हमारे सभी व्यापारियों से जुड़े कर्मचारियों की वेतन की समस्या भी आ चुकी है उनके परिवारों के सामने भी आर्थिक संकट है सभी व्यापारी पर बैंक लोन गोदाम किराया कर्मचारी वेतन देने के लिए असमर्थ हैं, वहीं यह भी बताया गया कि अगर ज्ञापन के माध्यम से अगर प्रशासन ने ज्ञापन के प्रति संज्ञान नहीं लिया गया तो व्यापारी आत्महत्या एवं स्वयं की गिरफ्तारी जैसे कार्य करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र ताम्रकार/राजू

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in