मध्य-प्रदेश
संतान प्राप्ति के बाद भी नष्ट नहीं हुआ था कुंती का कन्याभाव, सूर्यदेव के आगमन के आज भी देखे जा सकते हैं प्रमाण, देखें बेहद रोचक पौराणिक कथा
धर्म। मुरैना से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुंतलपुर पांडवों की माता कुंती का मायका और दानवीर कर्ण की जन्मस्थली है। महाभारत कालीन का ये नगर चंबल की घाटियों के बीच है और आज भी ये फल-फूल रहा है। ये नगर 5 हजार साल पहले की सभ्यता को अपने क्लिक »-www.ibc24.in