insurance-hospital-in-sonagiri-started-as-kovid-care-center
insurance-hospital-in-sonagiri-started-as-kovid-care-center

सोनागिरि स्थित बीमा अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में हुआ शुरू

भोपाल, 30 अप्रैल (हि.स.)। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के निर्देश पर लगातार अस्पतालों की सुविधाएं बढ़ाने और कोविड के इलाज के लिये बिस्तर बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में भोपाल को एक बड़ी सौगात मिली है। ईएसआई अस्पताल को श्रम मंत्री के सहयोग और विधायक की मांग पर कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील किया गया है। साथ ही इसे एक किलोमीटर दूरी पर स्थित आराधना किडनी सेंटर से लिंक किया गया है। उक्त बातें चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार सोनागिरि स्थित बीमा अस्पताल में कोविड केयर सेंटर की शुरूआत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन वाले बेड उपलब्ध रहेंगे। किसी मरीज की क्रिटिकल कंडीशन पर आराधना किडनी सेंटर उसका इलाज करेगा। सेंटर के डॉ. गुप्ता बिना वेतन के यहां अपनी सेवाएँ देंगे। इंचार्ज डॉ. बाथम और उनकी पूरी टीम ने सहयोग और दृढ़ निश्चय के साथ इस सेंटर को चलाने का निर्णय लिया है। सारंग ने कहा कि यह हमारा नया प्रयोग है कि हम सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में समन्वय स्थापित कर कोविड मरीजों का इलाज करेंगे। भोपाल में हमने यह परिपाटी शुरू की है। देखने में आता है कि कोविड के मरीजों को एकदम से उच्च स्तरीय चिकित्सकीय बैकअप की जरूरत पड़ती है। यह अस्पताल गोविंदपुरा क्षेत्र के लिये एक बड़ी सौगात है। इसके शुरू हो जाने से भोपाल शहर में बिस्तरों की संख्या बढ़ेगी और क्षेत्र के लोगों को निकट के अस्पताल में ही इलाज संभव हो सकेगा। उन्होंने बताया कि अभी 30 बिस्तर से शुरुआत की जा रही है। जल्द ही इसे 100 के ऊपर ले जाया जायेगा। यहां ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है। सारंग ने निर्देश दिये कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था का ध्यान रखा जाए। उन्होंने स्थानीय रहवासियों की मांग पर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि मंत्री सारंग ने कलेक्टर के साथ एक सप्ताह पहले इस अस्पताल का निरीक्षण किया था और जल्द यहां व्यवस्थाएं जुटाने संबंधी निर्देश दिये थे। इस दौरान मौके पर श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और विधायक कृष्णा गौर भी मौजूद रही। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. मयंक चतुर्वेदी

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in