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भारत दुनिया की फार्मेसी हैः सासंद डाॅ. बिसेन

सिवनी, 07 मार्च(हि.स.)। देश के लोगो की स्वास्थ्य हमारी केन्द्र सरकार की प्राथमिकता मे शामिल है। सरकार लोगों को सस्ती दर पर दवा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया है। इन जन औषधि केंद्रों के माध्यम से लोगों तक गुणवत्तापूर्ण दवाइयां सस्ती दरों में उपलब्ध हो पा रही हैं। यह बात रविवार को जन औषधि दिवस पर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सांसद डा. ढालसिंह बिसेन ने कही। उन्होंने कहा कि 7 वर्ष पूर्व जहां देश में सौ से भी कम जन औषधि केंद्र थे वहीं आज हमारे प्रधानमंत्री ने 7500 वें जनऔषधि केन्द्र का शुभारंभ कर इस बात को प्रमाणित कर दिया कि लोगों की स्वास्थ्य की चिंता उनकी प्राथमिकता में है। डॉ. बिसेन ने कहा कि भारत दुनिया की फार्मेसी है यह सिद्ध हो चुका है। दुनिया हमारी जेनेरिक दवाइयां लेती है लेकिन हमारे यहां उनको प्रोत्साहित नहीं किया गया अब हमने उस पर बल दिया है। कोरोना काल में दुनिया ने भारत की दवाइयों की शक्ति का अनुभव किया है आज हमारे पास देश और दुनिया के लिए कोरोना दो-दो कोरोना टीके हैं। यह टीकाकरण सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और ₹250 में निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। सांसद ने कहा कि,जन औषधि योजना गरीब और विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों की बहुत बड़ी साथी बन रही है। आज कैन्द्र सरकार के प्रयासों से गरीबों तक सस्ती दवा पहुंच रही है। जन औषधि केंद्रों में सस्ती दवाई के साथ-साथ युवाओं को आय के साधन भी मिल रहे हैं। हमारी बहनों और बेटियों को सिर्फ ढाई रुपये में सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए जाते हैं तो इससे उनके स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर होता है। भाजपा मीडिया प्रभारी श्रीकांत अग्रवाल ने बताया कि, इस कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे द्वारा कहा गया कि देश में जहां आज 7500वें जन ओषधी केंद्र का शुभारंभ हो रहा है वही इसमे से 1,000 से ज्यादा जन औषधि केंद्र तो ऐसे हैं, जिन्हें महिलाएं ही चला रही हैं। यानी ये योजना बेटियों की आत्मनिर्भरता को भी बल दे रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों की सेवा को ध्यान में रखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान जैसी विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना को भी लागू किया गया है जिसमे गरीब तथा मध्यम वर्ग के 50 करोड़ लोगों को इस योजना के दायरे में रखा गया है। आज आयुष्मान योजना से लाभार्थियों को पांच लाख रुपए तक का इलाज निःशुल्क उपलब्ध हो पा रहा है। आलोक दुबे ने कहा कि जन औषधि केंद्र योजना से फार्मा सेक्टर में संभावनाओं का एक नया आयाम भी खुला है। आज मेड इन इंडिया दवाइयां और सर्जिकल्स उपकरणों की मांग भी बढ़ी हैं। मांग बढ़ने से उत्पादकता भी बढ़ी है, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे है। हिन्दुस्थान समाचार/रवि

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