नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश में लेकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्यों में सभी दलों ने अपने-अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतार दिए है। भाजपा के NDA और विपक्षी दलों का आईएनडीआईए गठबंधन दोनों के लिए यह चुनाव काफी अहम है। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है। इसमें 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। पहले चरण के मतदान में मध्य प्रदेश की भी कई सीटों पर वोट पड़ेंगे। इस बीच मध्य प्रदेश में INDIA गठबंधन को एक बड़ा झटका लग गया है। यहां के खजुराहो लोकसभा सीट से INDIA गठबंधन में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त कर दिया गया है।
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त
समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त होना INDIA गठबंधन के लिए मध्य प्रदेश में बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करने और पुरानी नामावली के चलते पन्ना जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार ने मीरा दीपक यादव का पर्चा निरस्त कर दिया है। अब खजुराहो लोकसभा सीट से सिर्फ बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा ही अकेले मैदान में रह गए है। क्योंकि यह सीट समझौते के तहत कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को दी थी। अब समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने से इस सीट पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास की यह बड़ी घटना के तौर पर बताया जा रहा है।
इंडिया गठबंधन के समझौते में समाजवादी पार्टी को मिली थी यह सीट
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के समझौते के तहत खजुराहो लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी को मिली थी। पार्टी ने इस सीट पर चार दिन पहले डॉक्टर मनोज यादव को मैदान में उतारा था। इसके बाद डॉ मनोज यादव के नाम पर यहां विरोध शुरू हो गया। जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने खजुराहो लोकसभा सीट से उनका टिकट बदल कर यहां से मीरा दीपक यादव को चुनावी मैदान में उतर दिया। और डॉ मनोज यादव को समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।
मीरा यादव का नामांकन रद्द होने के बाद अखिलेश यादव ने किया ट्विट
खजुराहो सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन यहां से रद्द होने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखनेवाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों? ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे? भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी। इस घटना की भी न्यायिक जाँच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है।
भाजपा के लिए बड़ी जीत
अपको बता दें कि समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन रद्द होने के बाद खजुराहो लोकसभा सीट पर अब भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा और कुछ निर्दलीय उम्मीदवार ही बचे है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के लिए यह राहत वाली बड़ी खबर है। अब इस लोकसभा सीट पर यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दल किस प्रत्याशी की मदद करता है। अथवा ये कहें कि इंडिया गठबंधन किस निर्दलीय प्रत्याशी को अपना सर्मथन देते है। वर्तमान में कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी इस लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। इस मामले के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा कि इंडिया गठबंधन नहीं बल्कि ठगबंधन है जिसकी परतें खोली जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले ही गठबंधन हार चुका है।
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