भर्ती में होम्योपैथी चिकित्सकों के साथ हो रहा अन्याय
गुना, 09 फरवरी (हि.स.)। भर्ती प्रक्रिया में होम्योपैथी चिकित्सकों के साथ अन्याय हो रहा है। यह बात आइडियल क्योर एसोसिएशन समिति के सदस्यों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर अधिकारियों को बताई। इस अवसर पर होम्योपैथिक चिकित्सकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में 7 दिनों के भीतर होम्योपैथी चिकित्सकों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने, होम्योपैथी को आयुष विभाग से भिन्न राजस्थान, उप्र के सामान अलग विभाग करने की मांग की गई। इसके अलावा सीएम की घोषणानुसार जन संवर्धन बोर्ड को तत्काल अमल में लाने की भी मांग उठाई। ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना काल में होम्योपैथी चिकित्सकों द्वारा जान की परवाह किए बिना शासकीय एवं अशासकीय अस्पतालों में अपनी सेवाएं दीं। फिर भी होम्योपैथी चिकित्सकों के साथ शासकीय नौकरी के अवसर में लगातार भेदभाव किया जा रहा है। वर्तमान में आयुष विभाग की सीएमएचओ पद की नियुक्ति हो, वेलनेस सेंटर हो, एनआरएचएम की भर्ती हो, सभी जगह होम्योपैथी चिकित्सकों को पृथक कर दिया गया। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि यदि सात दिनों के अंदर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो होम्योपैथी चिकित्सकगण चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in