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हरदा जिले में किल कोरोना 3 अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन शुरू

-दल द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे कर की जा रही जांच हरदा, 10 मई (हि.स.)। जिले में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में किल कोरोना-3 अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है । जिला कलेक्टर संजय गुप्ता के आदेश के तहत घर-घर संपर्क कर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का पता कर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। 25 मई तक यह अभियान चलेगा। इस अभियान के सफल पूर्वक संचालन करने के लिए प्राथमिक दल ग्रामीण स्तर पर गठित किया गया है। जिसमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम रोजगार सहायक, जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समिति के सदस्यों को इसमें शामिल किया गया है, जो खंड स्तर पर आपसी समन्वय कर घर-घर जाकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नगरीय निकायों के मैदानी कर्मचारियों सर्वे में ड्यूटी लगाई गई है । प्राथमिक विद्यालय में नगर पंचायत के मैदानी कर्मचारियों का दल प्रत्येक घर पर, गृह भेंट कर सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले रोगियों का चिन्हाकन कर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है । दल द्वारा प्रत्येक दिन लगभग 100 घरों में गृह भेंट कर जानकारी इकट्ठा की जा रही है । निर्धारित प्रश्नावली में डाटा इकट्ठा कर बुखार और कोरोना के संभावित लक्षणों वाले संक्रमित रोगियों की पहचान की जा रही है। आवश्यकतानुसार उन्हें सेवाएं दी जा रही है संभावित रोगियों की लाइन, लिस्ट, मकान संख्या, निवास, विवरण, प्रतिदिन आशा सहयोगियो एवं सी एच ओ को व्हाट्सएप के माध्यम से दी जा रही है। प्राथमिक दल के अपर द्वितीय स्तरीय पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है, जिसमें आशा सहयोगिनी, एएनएम, सीएचओ, एलएच की पुरुष सुपरवाइजर, मलेरिया सुपरवाइजर, लेप्रोसी सुपरवाइजर, बीईई एसटीएस, एसटीएलएस एवं पंचायत सचिव आंगनवाड़ी सुपरवाइजर को शामिल किया गया है। द्वितीय स्तरीय पर्यवेक्षक दल द्वारा अधीनस्थ प्राथमिक दलों द्वारा साझा की गई सूची की पुष्टि उन घरों में जाकर पुनः भेंट कर सुनिश्चित की जाएगी। बुखार कोरोना कोविड-19 के संभावित मरीजों को लक्षण अनुसार औषधियां प्रदान की जाएगी । अधीनस्थ ग्रामों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए द्वितीय पर्यवेक्षक दलों की संख्या निर्धारित की गई है, जिसमें प्रत्येक दल में दो-दो व्यक्ति को सम्मिलित किया गया है। जिसमें एक सदस्य को स्वास्थ्य विभाग का रखा गया है। 4-5 ग्रामों के लिए 1 पर्यवेक्षक दल निर्धारित किया गया है जिसमें प्रत्येक प्राथमिक दल के सदस्यों द्वारा गृह भेंट कर पुष्टि की कार्यवाही की जाएगी। रोगियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए उप स्वास्थ्य केंद्रों तक कोविड-19 ड्रग किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। स्टॉक रखकर उसका वितरण सर्वे अनुसार चिन्हित रोगियों में किया जा रहा है। इस कार्य को प्राथमिकता, प्रमुखता और गंभीरता से किया जा रहा है। ड्रग किट की रिपलिंग सुचारू रूप से की जा रही है इस कार्य में विशेष सावधानी बरती जा रही है ताकि कोई दिक्कत परेशानी उत्पन्न ना हो सके। फीवर क्लीनिक पर टेस्ट की सुविधा की गई है संभावित रोगियों की पहचान के लिए फीवर क्लीनिक पर टेस्ट के लिए रेफर किया जाता है। संदिग्ध रोगियों की जांच कर आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है । लक्षण गंभीर होने पर 3 दिन से अधिक बुखार, निरंतर खांसी, सांस लेने में कठिनाई, अत्यधिक कमजोरी होने पर निकट स्थानीय कोविड-19 अस्पताल में रेफर किया जा रहा है । इनाका कहना है जिले में किल कोरोना तीन अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके सफल संचालन के लिए प्राथमिक दल एवं पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है । जिसके माध्यम से सर्वे जांच के बाद आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराकर मरीजों को संक्रमण मुक्त करने की पहल की जा रही है। डॉ राम कुमार शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, हरदा। हिन्दुस्थान समाचार/प्रमोद सोमानी

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