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कोरोना संक्रमण की चौन तोडऩे जनपद सीईओ संभालेंगे मेडिकल किट बंटवाने का काम

संक्रमितों के गांव, वार्डो के आवागमन को बन्द कराने के निर्देश अनूपपुर, 10 मई (हि.स.)। जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक उठाए गए कदमों की सोमवार को कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक में समीक्षा की। कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए अधिकारियों को अलग-अलग दायित्व सौंपते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एस सी राय समेत जिले के जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद, तहसीलदार, खंड चिकित्सा अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहें। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर काबू पाने के लिए जिले में टेस्टिंग, वैक्सीनेशन, घर- घर मेडिकल किट वितरण तथा आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य की रफ्तार बढ़ाने के कड़े निर्देश दिए। मुख्य कार्यपालन अधिकारियों जनपद को निर्देशित करतें हुए कहा कि खंड स्तर रखी दवाइयों को लेकर मेडिकल किट बनवा कर उनका घर- घर में वितरण करायें । कलेक्टर ने साफतौर पर कहा कि केवल मेडिकल किट बंटवाना ही काफी नहीं है, बल्कि जिन लोगों को किट दी गई हैं, उनसे उनका इस्तेमाल कराना भी सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए यह आवश्यक है कि घरों पर जाकर दवाइयों के पत्ते देखे जाएं कि दवाएं वास्तव में खाई जा रही हैं या नहीं। अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व को निर्देश दिए कि जनपद अधिकारियों के साथ खंड चिकित्सा अधिकारियों एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को जोड़कर अभियान चलायें। रोजाना दवा बांटने की सूची जिला कार्यालय को भिजवाने के निर्देश दिए। गांव, वार्ड, मोहल्लों मे लोगों का इलाज करने वाले नीम-हकीम, झोलाछाप डॉक्टरों की सूची बना उनकी बैठक कर उन्हें समझाईश दें कि उनके पास आने वाले संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमितों के इलाज के लिए सुझाई गई दवाईयां दें। कलेक्टर ने कहा कि गांव-मोहल्लों में किल कोरोना टीम को सक्रिय किया जाए। ऑक्सीजन नापने के लिए हर गांव में एक ऑक्सीमीटर होना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के पास दवाओं एवं ऑक्सीमीटर की कमी नहीं है। गांव में होम आइसोलेशन कोरोना संक्रमित हैं, अथवा जिनमें कोरोना के लक्षण दिखते हैं, घर पर अथवा कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन लेवल नापा जाए। खंड चिकित्सा अधिकारीयों को स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संसाधनों को दुरूस्त एवं चालू हालत में रखने के निर्देश दिए। संसाधनों के मामलों में किसी तरह की हीला हवाली या बहानेबाजी नहीं चलेगी। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही या उदासीनता को गंभीरता से लिया जाएगा और सम्बन्धित बीएमओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हिदायत दी कि एंबुलेंस को चालू रखा जाए और वाहन चालक को तैयार रखा जाए ताकि आवश्यकता पडऩे पर एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सकें। कलेक्टर ने हिदायत दी कि तहसीलदार एवं थानेदार यह देखें कि अगर कोई होम आइसोलेशन मरीज दवाई नहीं खा रहा है या ऑक्सीजन नहीं नपवा रहा है या होम आइसोलेशन की वजाय बाहर आकर टहल रहा है, तो उसको कोविड आइसोलेशन केंद्र में रखा जाए। एक टीम बनाकर इस बात का हिसाब रखें कि ऑक्सीजन का स्टाक कितना है और कितनी खपत हुई है। अनुविभागीय अधिकारियों को हिदायत दी कि वे सुनिश्चित करें कि गांव के आइसोलेशन सेंटर चालू रहें। हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला

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