मशीनों पर अंगूठा लगवाकर वृद्धों और दिव्यांगों के घरों में अनाज का वितरण
अनूपपुर, 07 मार्च (हि.स.)। दैखल ग्राम पंचायत निवासी 70 वर्षीय अनूसुईया केवट और 65 वर्षीय शांति अगरिया के साथ बांकाटोला निवासी अमसिया पनिका के घर जब सेल्समैन अनाज लेकर पहुंचा, तो उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। सेल्समैन के साथ सचिव ने नई योजना की जानकारी देते हुए अब दुकान नहीं आने की बात कही तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव में राशन के लिए किलोमीटर दूर जाने के लिए लाचार वृद्धाओं ने राहत की सांस ली। वृद्धों का कहना था कि अब उन्हें राशन घर पर ही मिल जाएगा। मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना के तहत जिले में शनिवार को नई व्यवस्था के तहत राशन वितरण का कार्य आरम्भ हुआ, जो दूसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। जिले के चारों विकासखंड में दिव्यांगों व वृद्धों के साथ एकल जीवन यापन कर रहे परिवारों के घर शासकीय राशन दुकान के सेल्समैन पहुंचे। घर पर बीमार हो या स्वस्थ्य सभी चिह्नित लाभार्थी को पीओएस मशीन के माध्यम से अंगूठे का थम्ब इम्प्रेशन लगवाते हुए सेल्समैन ने उनके हिस्से की अनाज दी। राशन वितरण के दौरान सेल्समैन के साथ पंचायत के सचिव, रोजगार सहायक, स्थानीय आंगनबाड़ी केन्द्र कार्यकर्ता मौजूद रही। ताकि सम्बंधित पात्र हितग्राही को उनके हिस्से की अनाज के साथ वास्तविक वजन की राशन भी मिल सके। यह व्यवस्था प्रत्येक माह हितग्राहियों के लिए खाद्यान्न वितरण का कार्य कराया जाएगा। विभागीय जानकारी के अनुसार जिले में मुख्यमंत्री आशीर्वाद खाद्यान्न योजना के तहत 11388 हितग्राही चिह्नित किए गए हैं। इनमें अनूपपुर जनपद पंचायत में1831, जैतहरी में 4053, कोतमा में1207, पुष्पराजगढ़ में 3527, नगरपालिका क्षेत्र अनूपपुर में136, जैतहरी122, कोतमा 229, पसान 74, बिजुरी 133, अमरकंटक में 76 हितग्राही हैं। हितग्राहियों के लिए वितरित होने वाले अनाज की निगरानी टीम भी रहेगी, जो प्रत्येक माह अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपेगी। जिला नागरिक खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री आशीवार्द खाद्यान्न योजना के तहत घर घर राशन वितरण का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें ऐसे परिवारों को अब राशन की दुकानों पर आने की आवश्यकता नहीं होगी। राशन वितरण की जिम्मेदारी ग्रामीण स्तर पर जनपद पंचायत सीईओ जबकि नगरीय क्षेत्र में नगरीय प्रशासक(सीएमओ) को जिम्मेदार अधिकारी बनाया गया है। जबकि जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की क्षेत्रीय जेएसओ, सीएमओ और सहकारिता विभाग अधिकारी खाद्यान्न वितरण की मॉनीटरिंग करेंगे। मॉनीटरिंग रिपोर्ट की जानकारी कलेक्टर को सुपुर्द करेंगे। जिले में संचालित 312 शासकीय राशन की दुकानों के लिए वर्तमान में लगभग 150 सेल्समैन उपलब्ध हैं। जिसके कारण अब राशन वितरण के लिए इन सेल्समैन को दो पालियों में अपने हिस्से की दुकानों पर कार्य करना होगा। इसके लिए सुबह से दोपहर तक एक दूकान तो दोपहर से शाम तक दूसरी दुकान की जिम्मेदारी भी पूरी करनी होगी। जबकि खाद्यान्न योजना में दिव्यांग, वृद्ध व एकल परिवार के मुखिया के अंगूठे फेल होने पर कार्ड में शामिल नोमिनी के आधार सम्बंधि परिवार को अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि वृद्ध और दिव्यांगों को नए प्रावधानों के अनुसार अनाज वितरित कराया गया है। यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला