एंबुलेंस नहीं मिलने से ट्रैक्टर-ट्राली में हुआ महिला का प्रसव
चंदेरी, 16 फरवरी (हि.स.)। मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला चंदेरी तहसील मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ग्राम कड़राना में सामने आया है, जहां पर विश्राम आदिवासी (32) की पत्नी गीता आदिवासी (30) को डिलीवरी होना थी, जब उसकी पत्नी के पेट में दर्द हुआ तो उसने एंबुलेंस को फोन लगाया और 2 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया, फिर भी एंबुलेंस नहीं पहुंची तो ट्रैक्टर में रखकर उसका पति अपनी पत्नी गीता बाई को सिविल अस्पताल चंदेरी में ट्रैक्टर में रखकर रवाना हुए। जहां पर उसकी विक्रमपुर घाटी रास्ते में उसने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। जब इस संबंध में मंगलवार को महिला के पति विश्राम आदिवासी से मीडिया ने बात की तो उसने बताया कि यह एंबुलेंस चंदेरी में नाम मात्र की है। पहली भी मेरी पत्नी की डिलीवरी हुई है जिसमें एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची है और यह हाल इस बार भी हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों का कोई ध्यान ना होना इसमें साफ तौर पर समझ आता है या तो पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस नहीं है या फिर एंबुलेंस ना पहुंचना साफ तौर पर लापरवाही सामने आती है जिस कारण से इस तरीके से मानवता को शर्मसार कर देने वाले मामले सामने आ रहे हैं। उसके पति ने बताया की एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची किस कारण गांव में हमने कई वाहन तलाशे जब कुछ नहीं मिला तो एक ट्रैक्टर वाले से बोलकर ट्राली में रखकर अपनी पत्नी को लाया जहां पर रास्ते में उसकी डिलीवरी हो गई। डिलीवरी के दौरान भी कई परेशानी सामने आई है। हिन्दुस्थान समाचार/निर्मल/राजू-hindusthansamachar.in