डिकल अस्पताल के डाक्टर ने सर्जिकल ब्लेड से खुद की गर्दन काटकर की आत्महत्या
जबलपुर, 06 जनवरी (हि.स.)। शहर के गढ़ा थानांतर्गत गुरुवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल के सर्जिकल विभाग में पदस्थ डाक्टर विनोद विश्वकर्मा ने धनवतंरी नगर स्थित अपने आवास में सर्जिकल ब्लेड से खुद की गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली। गढ़ा थाना प्रभारी हेमंत बरहैया ने बताया कि डाक्टर विनोद विश्वकर्मा की पत्नी डाक्टर ममता विश्वकर्मा सुबह जिला अस्पताल के लिए रवाना हो गई थी। घर में डाक्टर विनोद व उनके दोनों बेटे स्पर्श उम्र 13 वर्ष व अनुभव 10 वर्ष घर में ही थे। दोपहर 12 बजे के लगभग डाक्टर विनोद ने दोनों बच्चों को ड्राइंग रुम में बिठाया और स्वयं नहाने का कहकर बाथरुम में चले गए, जहां उन्होंने सर्जिकल ब्लेड से स्वयं की गर्दन काटकर आत्महत्या कर ली। घटना से अंजान बच्चे टीवी देखने में व्यस्त रहे, दोपहर एक बजे डाक्टर ममता अस्पताल से घर लौटी तो बच्चों से पति विनोद के बारे में पूछा तब घटना का पता चला। उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो चीख पड़ी, बाथरुम में खून ही खून दिखाई दिया और पति विनोद विश्वकर्मा फर्श पर पड़े थे। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए, जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने बाथरुम का दरवाजा तोड़कर डाक्टर विनोद को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस को मौके पर ही एक सर्जिकल ब्लेड मिला, जिसे बरामद किया। पुलिस का कहना है कि डाक्टर विनोद के घर में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, अभी सिर्फ इतना ही पता चला है कि डाक्टर विनोद विश्वकर्मा पेट की बीमारी से परेशान रहे, संभवत: उन्होने इसी से परेशान होकर आत्महत्या किया है, पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है, और जाँच पड़ताल शुरू कर दिया है। हिन्दुस्थान समाचार /ददन-hindusthansamachar.in