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डॉक्टर्स की मेहनत से कोरोना हारा, 100 फीसदी फेंफड़ा संक्रमित भी हुए स्वस्थ्य

गुना, 30 जून (हि.स.)। समूचे देश के साथ जिले में भी कोरोना ने कहर बरपाया। पहली लहर इसके बाद दूसरी लहर में और अधिक लोग कोरोना से प्रभावित हुए। इस दौरान जिला चिकित्सालय के डॉक्टर्स की टीम ने बेजोड़ मेहनत, लगन, कार्यकुशलता, सेवा-भावना और समर्पित भाव से काम कर न केवल कोरोना से प्रभावित मरीजों को स्वस्थ्य किया, अपितु जिले में कोरोना से होने वाले नुकसान को भी न्यून किया। नेशनल डॉक्टर्स-डे (एक जुलाई) पर जिले के डॉक्टर्स को बधाई और उनकी मेहनत, लगन और जज्बे को सलाम। सुनील यादव: दिन रात मेहनत की कोरोना से फाइट में सबसे प्रथम नाम है एमडी मेडीसिन डॉ सुनील यादव का। जिन्होंने कोविड वार्ड प्रभारी बनकर अपनी 6 सदस्यीय डॉक्टर्स की टीम के साथ दिन-रात मेहनत की और लोगों को नुकसान में बीमारी से बाहर निकाला। डॉ. यादव की सेवा-भावना और बेहतर उपचार से प्रसन्न होकर आरोन के गोपाल सोनी ने कोरोना से जंग जीतने के उपरांत डॉ. यादव के काम से खुश होकर एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि जिला चिकित्सालय को प्रदान की। डॉ. यादव ने अगस्त 2020 में जिला चिकित्सालय गुना में पदस्थ होने के उपरांत कोविड वार्ड को संभाला। इस दौरान कोविड वार्ड में 120 से बढ़कर 220 बिस्तर की व्यवस्था हुई। जिसके प्रभारी के रूप में कार्य करते हुए भर्ती मरीजों को अच्छी चिकित्सकीय सेवा दी। वेंटिलेटर से भी करीब 80 प्रतिशत व्यक्तियों को बाहर निकाला, यानि स्वस्थ्य किया। इस दौरान शत-प्रतिशत फेंफड़ा संक्रमित यानि 25 में से 25 सीटी स्कोर वाले मरीजों की निरंतर देखभाल हो, चिकित्सकीय कौशल के द्वारा स्वस्थ्य किया। डॉक्टर्स-डे पर डॉ. सुनील के काम की तारीफ करना लाजमी है। बेहतर तरीके से संभालीं व्यवस्थाएं इसी क्रम में सीएमएचओ डॉ. पी. बुनकर द्वारा चिकित्सकीय व्यवस्था ओं को बेहतर तरीके से संभाला और सभी व्यवस्थाएं और सुविधाएं शासन स्तर से कॉर्डिनेट कर जुटाई हैं। सिविल सर्जन डॉ. हर्षवर्धन जैन का भी कोरोना से फाइट में उल्लेखनीय योगदान रहा। जिला चिकित्सालय में कोरोना पीक के दौरान व्यवस्थाओं में कमी नहीं आने दी। चाहे डॉक्टर्स की ड्यूटी हो, टेस्टिंग की सुविधा, फीवर क्लिनिक, 220 कोविड बेड की उपलब्धता, कायाकल्प अभियान, ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना आदि में डॉ. जैन का अच्छा, योगदान रहा। मप्र शासन द्वारा कायाकल्प अभियान में सांत्वना पुरूस्कार दिया गया। जिले में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एडी विंचुरकर का नाम भी उत्कृष्ट कार्य के लिए जाना जाता है। इन्होंने टीकाकरण अधिकारी के रूप में जिले में टीकाकरण के लक्ष्यों को शत-प्रतिशत हासिल करने में सफलता पायी है। जिला चिकित्सालय के जाने-माने सर्जन डॉ. सतेन्द्र भोला, डॉ. बीएल कुशवाह, डॉ. आरबी राजपूत, संविदा डॉ. नसरीन रसूल, डॉ. अमित अग्रवाल, डॉ. चित्रांशु, डॉ.मनीष जैन आदि ने कोरोना महामारी के दौरान अच्छा योगदान दिया। इस दौरान रक्तनदान शिविर के माध्यम से 400 से 500 यूनिट ब्लड भी एकत्रित किया। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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