कूनो नेशनल पार्क से भागा ओवान चीता पकड़ाया, रिहायशी इलाके में लगा रहा था चक्कर

चीता थोड़ा सा छटपटाया और बेहोश हो गया। फिर डॉक्टर और चीता एक्सपर्ट ने ओवान की आंखों पर पट्टी बांधी। उसे ड्रिप और ऑक्सीजन लगाई। इसके बाद उसे पिंजरे में डाल दिया गया।
कूनो नेशनल पार्क से भागा ओवान चीता पकड़ाया,
कूनो नेशनल पार्क से भागा ओवान चीता पकड़ाया,

श्योपुर, एजेंसी। कूनो नेशनल पार्क से निकलकर रिहायशी क्षेत्र में घूम रहे चीते ओवान को वापस कूनो नेशनल पार्क में छोड़ दिया गया है। उसे गुरुवार की शाम चीता विशेषज्ञों और डॉक्टर्स की टीम ने एक खेत में ट्रेंक्युलाइज किया था, जिसके बाद से शुक्रवार सुबह पिंजरे में ले जाकर वापस कूनो में छोड़ दिया गया है। इधर, मादा चीता आशा अभी भी धौरेट सरकार के जंगल में घूम रही है।

शुक्रवार सुबह उसे वापस कूनो में छोड़ दिया गया

रिहायशी क्षेत्रों में घूम रहे चीता ओवान को स्ट्रेस की आशंका के चलते ट्रेंक्युलाइज नहीं किया जा रहा था। गुरुवार को सुबह वह शिवपुरी जिले के बैराड़ इलाके के डाबरपुरा और रामपुरा गांव के पास खेतों पर पहुंच गया था। वह दिन भर पेड़ के नीचे बैठा रहा। शाम 5 से 5:30 के बीच दक्षिण अफ्रीका के चीता एक्सपर्ट मौके पर पहुंचे। उन्होंने ट्रेंकुलाइज गन तैयार की और चीते के पास पहुंचकर निशाना लगाकर चीते को ट्रेंकुलाइज कर दिया। चीता थोड़ा सा छटपटाया और बेहोश हो गया। फिर डॉक्टर और चीता एक्सपर्ट ने ओवान की आंखों पर पट्टी बांधी। उसे ड्रिप और ऑक्सीजन लगाई। इसके बाद उसे पिंजरे में डाल दिया गया। शुक्रवार सुबह उसे वापस कूनो में छोड़ दिया गया। ओवान स्वस्थ है और विशेषज्ञों की टीम उसकी निगरानी कर रही है।

मादा चीता आशा भी कूनो नेशनल पार्क के रिजर्व क्षेत्र से पिछले 4 दिन से बाहर

मादा चीता आशा भी कूनो नेशनल पार्क के रिजर्व क्षेत्र से पिछले 4 दिन से बाहर है। हालांकि, वह रिहायशी इलाकों के आसपास न होकर कूनो के बफर जोन इलाके में धौरेट सरकार के जंगल में ही है, जिस पर वन अमला लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।

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