कांग्रेस विधायक दल की बैठक मेें बनी भाजपा को घेरने की रणनीति
कांग्रेस विधायक दल की बैठक मेें बनी भाजपा को घेरने की रणनीति

कांग्रेस विधायक दल की बैठक मेें बनी भाजपा को घेरने की रणनीति

भोपाल, 20 जुलाई (हि.स.)। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर रविवार रात हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा को घेरने की रणनीति बनी। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाजपा सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने का फैसला हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने विधायकों से कहा है कि उप चुनाव जीतने के बाद अगली बैठक राजभवन में शपथ लेने के बाद होगी। साथ ही उन्होंने सभी विधायकों से सरकार के खिलाफ एकजुटता से एक्शन लेने को कहा। विधायक दल की बैठक कमलनाथ ने प्रदेश की 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव में जनहितैषी मुद्दों को उठाकर सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई। बता दें कि कांग्रेस की यह बैठक पिछले एक सप्ताह में पार्टी के दो विधायकों के भाजपा में शामिल होने के दो दिन बाद हुई है। पार्टी के लगातार टूटते हुए विधायकों से चिंतित कमलनाथ ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी। शाम सात बजे से हुई इस बैठक में 85 विधायक उपस्थित हुए। स्वास्थ्य कारणों से प्रवीण पाठक, लखन घनघोरिया और रामलाल सहारे उपस्थित नहीं थे। वहीं आरिफ अकील और लक्ष्मण सिंह अन्य कारणों से बैठक में मौजूद नहीं थे। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने का फैसला किया है। इसके अलावा, यह भी निर्णय लिया गया है कि उन भाजपा नेताओं को बेनकाब किया जाए जो विधायकों को कांग्रेस छोडऩे के लिए लुभा रहे हैं। कमलनाथ ने विधायकों से कहा है कि उनका उद्देश्य पार्टी को मजबूत रखना है। उन्होंने कहा कि सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद मैंने फैसला लिया था मैं आप लोगों के बीच रहूंगा इसलिए छिंदवाड़ा भी नहीं गया। कमलनाथ ने विधायकों को हौसला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1977 का दौर भी देखा है। हमें 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की रूपरेखा पर कार्य करना है और आगे की दिशा तय करनी है। विधायक दल की बैठक में विधायकों ने शपथ ली कि अब कोई भी पार्टी से नहीं टूटेगाऔर सरकार की वापसी के लिए कार्य करेगा। बैठक में दो नेता आपस में भिड़े कांग्रेस विधायक दल की बैठक में दो नेताओं के बीच नोंक झोक की जानकारी भी मिल रही है। बताया जा रहा है कि जबलपुर से विधायक संजय यादव और कांग्रेस के पूर्व मंत्री तरुण भनोट के बीच बैठक के दौरान नोंक झोक हो गई। बताया जा रहा है कि विधायक संजय यादव ने कांग्रेस के संगठनात्मक संरचना के लचर होने की बात कही थी। जिस पर तरुण भनोट और विधायक आमने सामने आ गए। इसके बाद वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने बीच बचाव कर दोनों को शांत कराया। पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने कहा, ‘‘हम 26 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। हमारी पार्टी इस उपचुनाव में भाजपा को घेरने के लिए किसानों के साथ-साथ जनहितैषी मुद्दों को उठाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in

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