उज्जैन में-तनाव के बीच बेगमबाग के मकान तोडऩे की कार्रवाई
उज्जैन, 26 जून(हि.स.) । महाकाल मंदिर परिसर विस्तारीकरण योजना के तहत भारत माता मंदिर के आसपास स्थित मकानों को रहवासियों द्वारा स्वैच्छा से मुआवजा लेकर तोडऩे की समय सीमा पूरी होने जा रही है। प्रशासन द्वारा 20 लोगों को मुआवजा उनके बैंक खाते में डाल दिया गया, जिन्हें तोडऩे भारी पुलिस व क्यूआरएफ फोर्स के साथ प्रशासन व नगर निगम की टीम बेगमबाग महाराजवाड़ा स्कूल मैदान पहुंची और 3 मकानों को जमींदोज भी किया। प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की जा रही कार्रवाई का यहां के कुछ ऐसे रहवासियों ने विरोध भी किया जिनके खातों में मुआवजा राशि प्रशासन द्वारा जमा करा दी गई थी। लोगों का कहना था कि हमारे पास रहने का वैकल्पिक स्थान या किराये का मकान नहीं है। मात्र तीन लाख रुपये का मुआवजा लेकर कहां रहने जाएंगे। हमने गलती से प्रशासन को बैंक खाते की जानकारी दी थी। हम मकान तुड़वाना नहीं चाहते। तहसीलदार पूर्णिमा सिंघी ने बताया कि बेगमबाग क्षेत्र के कुल 250 मकान हटेंगे। फिलहाल 35 लोगों ने स्वैच्छा से मकान तोडऩे और मुआवजा लेने की सहमति दी थी। इनमें से 20 लोगों के बैंक खातों में मुआवजा राशि ट्रांसफर कर दी गई है। उन्हीं 20 मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम की तोडफ़ोड़ गैंग द्वारा तीन मकानों को तोड़ा गया जबकि कुछ लोग अपने घरों से सामान निकालते रहे। विरोध के बीच दी स्वैच्छा से मकान तोडऩे की अनुमति पुलिस व प्रशासन के अधिकारी जिस समय महाराजवाड़ा स्कूल मैदान के पास लगे मकानों को तोडऩे की कार्रवाई करने पहुंचे तो कुछ महिलाओं ने विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि हम मुआवजा लेना भी नहीं चाहते। मुआवजे की राशि हमने अभी तक बैंक से नहीं निकाली है। आप चाहें तो राशि वापस ले लो लेकिन मकान मत तोड़ो। अधिकारियों ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। इसी दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तक मामला पहुंचा तो उन्होंने उक्त महिलाओं के परिजनों को समय सीमा में स्वैच्छा से मकान खाली कर स्वयं तोडऩे की अनुमति दे दी। कार्रवाई के दौरान एडीएम, एसडीएम, सीएसपी सहित अलग-अलग थानों के प्रभारी और क्यूआरएफ की टीम मौजूद रही। हिन्दुस्थान समाचार/ललित ज्वेल उज्जैन