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शेर की दहाड़ से पीओएस में अगूंठा लगा रहे ग्रामीणो में मची भगदड़

खाद्यान्न वितरण से पहले जंगल में ग्रामीणों का किया जाता है बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण अनूपपुर, 22 फरवरी (हि.स.)। जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ की दूरस्थ ग्राम पंचायत पड़मनिया में मोबाईल नेटवर्क नहीं होने से शासकीय दुकान से 3 किमी दूर स्थित पड़रिया घाट के जंगल में पात्र हितग्राहियों को ले जाकर पीओएस मशीन से उनका बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण के लिए अगूंठा लगवाया जाता है। रविवार को जब ग्रामीण अंगूठा लगा रहे थे, उसी समय अचानक वहां शेर आ पहुंचा। शेर की दहाड़ सुन पीओएस मशीन में सत्यापन करा रहे ग्रामीणों जिनमें महिलाएं, पुरूष व बुजुर्ग शामिल थे, भगदड़ मच गई। ग्रामीण अपनी जान बचाकर जंगल से गांव के तरफ भाग निकले। इस भगदड़ के बाद दूसरे दिन सोमवार को सेल्समैन ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी देते हुए पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। घटना की जानकारी से खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह को भी अवगत कराया गया। शेर देख गांव की तरफ भागे ग्रामीण आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पड़मनिया में मोबाईल कनेक्टिविटी न होने के कारण हितग्राहियों को फिंगर से खाद्यान्न वितरण करने में हो रही असुविधाओं पर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया गया। जिसके कारण सेल्समैन द्वारा 21 फरवरी को शासकीय दुकान से लगभग 3 किमी दूर पड़मनिया घाट के जंगल में पात्र हितग्राहियों को ले जाकर पहाड़ों के बीच बैठ उनका बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण के लिए अगूंठा लगवाया जा रहा था। अचानक उनके नजदीक शेर पहुंच गया, जिसे देखते ही ग्रामीणों में दहशत मच गई और सभी किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले। खाद्यान्न वितरण में नेटवर्क न होना बड़ी समस्या सेल्समैन द्वारा वर्ष 2019 से हितग्राहियों को बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण के लिए जंगल में ले जाया जाता रहा है। सेल्समैन रोशन सिंह श्याम ने बताया कि शासकीय उचित मूल्य की दुकान पड़मनिया में नेटवर्क कनेक्टिविटी न होने के कारण जुलाई 2019 से हितग्राहियों का बॉयोमैट्रिक प्रमाणिकरण दुकान में नहीं होने के कारण उन्हें जंगल में ले जाकर उनका बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण करना मजबूरी बनी हुई है।ं 380 के लगभग है पात्र परिवार खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अंबोज श्रीवास्तव ने बताया कि शासकीय दुकान पड़मनिया में 380 के लगभग पात्र परिवार हैं। जिनमें 51 परिवारों का अंत्योदय कार्ड व 24 श्रेणी में आने वाले प्राथमिकता परिवार की संख्या 51 के आसपास है। वहीं जनपद पुष्पराजगढ़ में संचालित आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पड़मनिया में नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण कलेक्टर द्वारा खाद्य, नागारिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण संचालक को पत्र लिख उक्त शासकीय दुकान में खाद्यान्न वितरण के लिए पीओएस मशीन से ऑफलाइन वितरण कराए जाने के संबंध में पत्र लिखकर अनुरोध भी किया गया था, लेकिन उक्त दुकान को ऑफलाइन खाद्यान्न वितरण किए जाने की कोई कार्यवाही नही की गई। ग्रामीणों ने जंगल जाने से कई बार किया था मना जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने शासकीय दुकान में ही मशीन में उनका अगूंठा लगवाकर खाद्यान्न देने तथा जंगल में जाने के लिए मना किया था, जिसे लेकर कई बार सेल्समैन और ग्रामीणों के बीच वाद विवाद हुआ। लेकिन सेल्समैन ने हर बार ग्रामीणों को दुकान व आसपास कहीं भी नेटवर्क नहीं हो पाने तथा बिना सत्यापन के खाद्यान्न वितरण नहीं करने संबंधी मजबूरी पर ग्रामीण जंगल में जाकर पहाडिय़ों में चढ़ पहले बॉयोमैट्रिक मशीन से अपना सत्यापन कराते और बाद में वापस आकर दुकान से खाद्यान्न का वितरण किया जाता रहा है। खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह को घटना से अवगत कराने पर उन्होंने तत्काल पड़मनिया दुकान में ऑफलाइन खाद्यान्न वितरण का कार्य करवाने की बात कही। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

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