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कोरोना संक्रमण के घटते आंकड़ों से राहत की सांस, सड़कों पर उमड़ने लगी भीड़

रतलाम, 07 जून (हि.स.)। आपदा प्रबंधन समिति द्वारा लिए गए निर्णय के बाद एक जून से तालाबंदी में आंशिक छूट देकर 50 प्रतिशत दुकानें खोलने केे आदेश दिए गए है इस आशय से कि कोरोना गाईड लाईन का लोग पालन करेंगे, बाजारोंमें भीड़ न होगी, सामाजिक दूरी का पालन होगा,लेकिन ऐसा कोई नजारा बाजार में देखने को नहीं मिल रहा है। भले ही दुकानों पर भीड़ न हो, लेकिन कोरोना कफ्र्यू का सन्नाटा सड़कों से जरूर दूर हुआ है। सवेरे से ही शाम 5 बजे तक सड़कों पर भीड़ देखकर लगता नहीं है कि प्रशासन ने केवल एक ओर की दुकान ही खोलने की अनुमति दी है। भीड़ को देखते हुए यही लगताा है कि पूरा बाजार खुला है। यदि यही स्थिति बनी रही तो प्रशासन को सोचना पड़ेगा कि तालाबंदी में पूर्ण छूट दी जाए अथवा नहीं। दुकानदारों द्वारा तो तालाबंदी का पूरा पालन कर दुकानों पर भीड़ न हो इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन की टीमें और पुलिस जवान लगातार दुकानों पर निगरानी कर रहे है कि कही उन्हें मौका मिले और वह चालान बनाए। एक तो पहले ही बाजार चौपट है, धंधा कही नजर नहीं आता, ऐसे में पुलिस और प्रशासन की चालानी कार्रवाई सेे व्यापारी जगत भयभीत है। 50 से अधिक प्रमुख व्यापारियों ने आज बयान जारी कर शासन का तालाबंदी की ओर ध्यान आकर्षित किया है और व्यापार में राहत देने की मांग की है। व्यापारियों की मांग भी जायज है, क्योंकि दो माह लगभग होने आए हैै, व्यापार-व्यवसाय बंद है और बेरोजगारी का आलम बड़ा है। दुकानों पर काम करने वाले लोगों को भी वेतन दुकानदारों को देना पड़ रहा है, भले वह दुकान पर न आए। यहीं स्थिति अन्य क्षेत्रों में भी है,क्योंकि व्यापार व्यवसाय बाजार बंद होंगे तो सब ओर की स्थिति चोपट ही चोपट है। भीड़ को देखते हुए 50 प्रतिशत दुकानें खोलने का कोई मायना नहीं सड़कों पर उमड़ती भीड़ को कैसे रोका जाए यह भी एक समस्या है। लोग अनावश्यक कार्य से न निकले यह भी जरूरी है। यदि इसी प्रकार भीड़ उमड़ती रही तो कोरोना नियंत्रित कैसे होगा यह चिंता का विषय सभी के लिए है, इससे तो अच्छा है कि यदि यही स्थिति रहती है तो प्रशासन को चाहिए कि वह भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूर्व की तरह पूरा बाजार शाम 5 बजे तक खोल दे ताकि भीड़ भी कम हो और व्यापारियों का आक्रोश भी कम हो। 50 प्रतिशत दुकानें खुलने के बाद भी जब यह स्थिति है और शत-प्रतिशत दुकानें खुलने के बाद भी यदि यही स्थिति रहती है तो फिर 50 प्रतिशत दुकानें बंद रखने का कोई मायना नहीं। यदि सब दुकानें खुली रहेगी तो भीड़ भी एकत्रित नहीं होगी । यह प्रयोग भी प्रशासन को करके देखना चाहिए तथा व्यापारियों से सलाह लेकर अंतिम निर्णय करना चाहिए। कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 2 आंकड़़ों में सिमटा मई माह में कोरोना संक्रमण का प्रभाव तेजी से बड़ा था यह आंकड़ा 399 तक पहुंच गया था, वहीं मई के अंतिम सप्ताह से संक्रमण दर में कमी होती गई और निरंतर संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है, जिसके कारण जहां नागरिकों ने राहत ली है वहीं प्रशासन भी संतोष की सास ले रहा है। हालांकि कोरोना आंकड़ों की कमी के कार तालाबंदी में आंशिक छूट दी गई है और संभावना है कि 15 जून तक अधिक रियायत नहीं दी जाएगी। मंडियों में भी दी गई छूट व्यापारी जगत को उम्मीद है कि यदि कोरोना समीक्षा बैठक में संतोषजनक स्थिति पाई गई तो उसके पूर्व भी दुकानों की छूट के लिए आदेश जारी हो सकते है, फिलहाल एक दिन लेफ्ट, एक दिन राईट सिस्टम के अनुसार दुकानों को खोलने की छूट दी गई है तथा 7 जून से भवन निर्माण की अनुमति भी दे दी गई है तथा जिले की समस्त मंडियों में सभी की उपज की खरीदी-बिक्री करने की अनुमति भी 7 जून को जारी कर दी गई है। व्यापारी/व्यवसायियों की कोरोना सेम्पलिंग ली गई अनलाक के तहत राईट-लेफ्ट पद्धति से 50 प्रतिशत बाजार खुलने लगा है। प्रशासन से कोरोना संक्रमण को रोकने तथा नागरिकों व व्यापारियों की सुरक्षा की दृष्टि से व्यापारी-व्यवसायियों की कोरोना सेम्पलिंग लेेना प्रारंभ की है। प्रारंभ में कसारा मांगलिक भवन, बजाज खाना, न्यू क्लार्थ मार्केट बिल्डिंग सहित अन्य स्थानों पर सेम्पलिंग किया गया। अभी तक 308 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों पर निगाह डाले तो 31 मई को 24, 1 जून को 19, 2 जून को 16, 3 जून को 14, 4 जून को 12, 5 जून को 16 तथा 6 जून को 15 पाजेटीव मरीज पाए गए। इस दौरान मृतकों की संख्या एक या दो रही है। अभी तक 308 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है, 17 हजार 394 प्रकरण पाजेटीव आए है, विभिन्न कोविड सेेंटरों से अभी तक 16719 मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके है और 1 लाख 74 हजार 460 संदिग्ध केसों की जांच की जा चुकी है। 764 मरीजों की सेम्पल रिपोर्ट आना शेष रविवार केे मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 764 मरीजों की सेम्पल रिपोर्ट मेडिकल कालेज से आना शेष है। भर्ती एक्टिव मरीजों की संख्या 307 रह गई है। एक्टिव कंटेनमेंट एरिये की संख्या 2690 है। कोरोना संक्रमित को सभी मरीज अब भर्ती किए जाएगे कलेक्टर के निर्देशानुसार अब मिलने वाले पेशेंट होम आईसोलेट नहीं किए जाएंगे, बल्कि कोविड केयर सेंटर या अस्पताल में अनिवार्य रुप से भर्ती किए जाएंगें। संक्रमण कम हुआ है परन्तु कालोनियों में अभी भी ज्यादा केस आ रहे है। वैक्सीनेशन के संबंध में उन्होंने कहा कि 45+ के तहत शहर में 60 प्रतिशत व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। अब अभियान के रुप में 45+ वर्ग के शत-प्रतिशत व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद जोशी

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