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बामोर गांव में भंडारा खाने के बाद 47 लोग हुए बीमार

गांव में पहुंचे चिकित्सा दल ने किया सभी का उपचार ग्वालियर, 19 फरवरी (हि.स.)। जिले के भितरवार विकासखंड के बामोर गांव में बीते गुरुवार की रात अचानक 47 लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ गया। एक साथ इतने लोगों को जब उल्टी-दस्त की शिकायत हुई तो लोगों ने इसकी जानकारी तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दी। इसके बाद शुक्रवार को सुबह करीब दस बजे गांव में पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के दल ने बीमार ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार शुरू किया। प्रथम दृष्टया मामला फूड प्वॉइजनिंग का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, भितरवार के पास स्थित बामोर गांव में धार्मिक आयोजन चल रहा था, जिसके समापन अवसर पर दो दिन पहले भंडारे का आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने भोजन किया था। इसके बाद गुरुवार की रात अचानक लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हो गई। पहले एक-दो लोग बीमार हुए तो लोगों ने इसे सामान्य समझा, लेकिन जब संख्या तेजी से बढ़ी तो लोगों की चिंता बढ़ गई। देर रात तक करीब 47 लोग उल्टी-दस्त की शिकायत से ग्रस्त हो चुके थे। लोगों ने इसकी जानकारी तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दी। शुक्रवार को सुबह करीब दस बजे चिकित्सकों का दल बामोर गांव में भेजा गया। चिकित्सा दल में शामिल चिकित्सकों के अनुसार प्राथमिक जांच में फूड प्वॉइजनिंग का मामला दिखाई दे रहा है। सभी रोगियों की जांच बाद उन्हें समुचित उपचार दिया गया है। बुजुर्गों और बच्चों की विशेष निगरानी की जा रही है। गांव के लोगों की मानें तो क्षेत्र में गंदे पानी की भी समस्या है। इससे भी लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं। बताया गया है कि गांव के पास स्थित ठाकुर बाबा मंदिर पर 16 फरवरी को ग्रामीणों द्वारा सार्वजनिक भंडारा किया गया था, जिसमें आलू की सब्जी, पूड़ी, खीर एवं बूंदी बनाई गई थी। इस भंडारे में सभी ग्रामीणों ने खाना खाया था, लेकिन उसी रात में एक-दो लोगों की थोड़ी सी तबीयत खराब हुई थी, जिन्होंने गांव में ही उपचार ले लिया था, लेकिन 17 फरवरी की रात में बीमार लोगों की संख्या बढ़ गई, जिससे चिंतित होकर ग्रामीणों ने 18 फरवरी को सुबह लगभग नौ बजे भितरवार स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। इस पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. यशवंत शर्मा एवं बीसीएम जयंत सिंह यादव चिकित्सा दल को लेकर गांव पहुंचे और 47 लोगों का उपचार किया। चार लोगों का स्वास्थ्य अधिक खराब पर उन्हें भितरवार अस्पताल लेकर आए, जहां उनका उपचार किया गया। तत्पश्चात उन्हें गांव भेज दिया गया। इसी दौरान भितरवार एसडीएम अश्वनी कुमार रावत एवं नायब तहसीलदार कमल सिंह कोली भी गांव में पहुंचे और गांव में चल रहे एक हवन के भंडारे को रुकवाया। चिकित्सा दल ने सुबह दस से शाम छह बजे तक सभी का इलाज किया। सभी मरीजों को आराम मिलने के बाद चिकित्सा दल भितरवार वापस लौट गया। चिकित्सा दल में डॉ. रामबाबू गौड़, दिनेश सोलंकी, एएनएम कल्पना आंवलेकर, सरस्वती नरवरिया आदि शामिल थे। इनका कहना है। बामोर गांव में किसी भंडारे में खाना खाकर 47 लोगों का स्वास्थ्य खराब हो गया था। शुक्रवार को सुबह नौ बजे जैसे ही ग्रामीणों से सूचना मिली वैसे ही हम लोग पूरी टीम लेकर गांव पहुंचे और सभी का उपचार शुरू कराया। चार लोगों का स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर उन्हें भितरवार लेकर आए थे। अब सभी लोग स्वस्थ हैं। डॉ. यशवंत शर्मा, खंड चिकित्सा अधिकारी, भितरवार हिन्दुस्थान समाचार / शरद

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