100 से ज्यादा तरह का होता है कैंसर: रघुवंशी
100 से ज्यादा तरह का होता है कैंसर: रघुवंशी

100 से ज्यादा तरह का होता है कैंसर: रघुवंशी

गुना, 07 नवंबर (हि.स.)। शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि ही कैंसर है, जब ये कोशिकाएं टिशु को प्रभावित करती हैं, तो शरीर के अन्य हिस्सों में भी केंसर फैल जाता है, यह किसी भी उम्र में हो सकता है। यदि समय पर कैंसर का पता न लगे, उसका उपचार न हो तो यह मौत का भी कारण बन सकता है। इस दौरान उन्होंने कैंसर के विधि प्रकार बताते हुए कहा कि यह लगभग 100 से भी अधिक तरह का होता है। यह बात राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के मौके पर शनिवार को बूढ़ेबालाजी क्षेत्र में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र पर आयोजित शिविर में डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी न कहीं। इस मौके पर क्षेत्रीय नागरिकों के बीच विस्तार से मार्गदर्शन देते हुए डॉ. रघुवंशी ने कैंसर के कारणों पर मार्गदर्शन देते हुए कहा कि ध्रूमपान, तम्बाकू का उपयेाग, मोटापा, अधिक वजन होना, एल्कोहल का अत्याधिक उपयोग, ज्यादा देर तक धूप में रहना, शारीरिक निष्क्रियता मुख्य रूप से कैंसर के कारण है। समय पर सही इलाज से कैंसर से बचा जा सकता है इस दौरान उन्होंने कैंसर के मरीजों की दिन-प्रतिदिन संख्या को रेखांकित करते हुए कहा कि इस बीमारी से लडऩे का सबसे मजबूत तरीका है, इसके बारे में जागरूकता और जल्द से जल्द इसकी पहचान होना, जिससे सही समय पर इलाज कराते हुए इससे बचा जा सकता है। इस दौरान डॉ. कपिल रघुवंशी ने जहां बचें का परीक्षण किया, वहीं स्टाफ नर्स निधि श्रीवास्तव ने 5 महिलाओं का परीक्षण कर उनके लक्षणों पर विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान आकाश प्रजापति, सुमिता सेंगर, संगीता शर्मा, पूजा राही, लक्ष्मी प्रजापति, राजेश्वरी सहित सभी स्टाफ सदस्य व क्षेत्रीय रहवासी भी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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