एक सप्ताह के लिए नीलाम हुई दो ग्रुपों की 7 शराब दुकानें
बैतूल 12 जून (हि.स.)। साप्ताहिक समयावधि के लिए शराब दुकानों की नीलामी को लेकर शासन द्वारा जारी आदेश के बाद शुक्रवार को बैतूल जिले की देशी-विदेशी शराब दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें दो समूहों की 7 दुकानों की नीलामी एक सप्ताह के लिए की गई। जबकि शराब दुकानों के सात समूहों के लिए प्राप्त निविदा आरक्षित मूल्य से कम आने के कारण शासन को भेजी गई। जिस पर शासन स्तर से जारी आदेश के अनुसार कार्यवाही जायेगी। मोनू वर्मा को सदर, रामनारायण शिवहरे को मुलताई ग्रुप मिले शासन के निर्देशानुसार शुक्रवार को जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय बैतूल में जिले के शराब दुकानों के समूह की साप्ताहिक नीलामी के लिए मेन्यूवल क्लोज बिड प्रक्रिया अपनाई गई। जिला आबकारी अधिकारी सुरेन्द्र उराव ने बताया कि प्रताप वार्ड टिकारी (सदर) समूह के लिए दो निविदाएं आयी थी। अधिकतम निविदाकार विनय वर्मा (मोनू) को 4 लाख 21 हजार रुपये प्रतिदिन की ड्यूटी पर प्रताप वार्ड गु्रप की सदर अंग्रेजी एवं सदर-टिकारी देशी शराब दुकानें एक सप्ताह के लिए नीलाम की गई है। जबकि मुलताई समूह की शराब दुकानों के लिए तीन निविदाएं आयी थी जिसमें से अधिकतम निविदाकार रामनारायण शिवहरे को 4 लाख 71 हजार रुपये प्रतिदिन ड्यूटी पर मुलताई गु्रप की मुलताई अंग्रेजी सहित मुलताई, नागपुर नाका एवं चिचंडा देशी दुकानें नीलाम की गई। लाटरी में विनय वर्मा ने बाजी मारी उल्लेखनीय है कि प्रताप वार्ड टिकारी (सदर) समूह की नीलामी के लिए मेनूवल क्लोज बिड प्रक्रिया के दौरान दो निविदाकारों विनय वर्मा एवं सुनीता शिवहरे ने बंद लिफाफे में निविदा जमा की थी। निविदा के लिफाफे खोलने के बाद उक्त दोनों निविदाकारों का ड्यूटी मूल्य एक समान 4 लाख 21 हजार रुपये पाये जाने पर नियमानुसार लाटरी प्रक्रिया अपनाई गई। लॉटरी में विनय वर्मा (मोनू) द्वारा बाजी मार लेने से प्रताप वार्ड टिकारी गु्रप की अंग्रेजी शराब दुकान सहित सदर एवं टिकारी की देशी शराब दुकानों का ठेका उन्हें एक सप्ताह के लिए मिल गया। इन समूहों की निविदा आरक्षित मूल्य से कम आयी जिला आबकारी अधिकारी सुरेन्द्र उराव ने बताया कि शराब दुकानों की साप्ताहिक अवधि के लिए नीलामी प्रक्रिया के दौरान 7 मदिरा समूह की निविदाएं आरक्षित मूल्य से कम आने पर प्रकरण शासन को निर्णय के लिए भेजा गया है। निविदा प्रक्रिया के दौरान बगडोना मदिरा समूह की निविदा आरक्षित मूल्य से 18 प्रतिशत कम शाहपुर की 7 प्रतिशत कम, कोठीबाजार समूह की 24 फीसदी कम, आठनेर समूह की 24 फीसदी कम, चिचोली समूह की 23 फीसदी कम, दुनावा समूह की 24 फीसदी कम तथा खेड़ी सांवलीगढ़ मदिरा समूह की निविदा आरक्षित मूल्य से 50 प्रतिशत कम आयी थी। हिन्दुस्थान समाचार / विवेक सिंह भदौरिया-hindusthansamachar.in