दीपोत्सव कर आदिवासी समुदाय के लोगों ने मनाया सोहराय पर्व
दीपोत्सव कर आदिवासी समुदाय के लोगों ने मनाया सोहराय पर्व

दीपोत्सव कर आदिवासी समुदाय के लोगों ने मनाया सोहराय पर्व

दुमका, 15 नवंबर (हि.स.)। दिशोम मरांग बुरु युग जाहेर अखड़ा और ग्रामीणों ने संतालों का महापर्व सोहराय जामा प्रखंड के कुरुतोपा गांव में बहुत धूमधाम से मनाया। परंपरा के अनुसार संताल आदिवासी मवेशियों के सम्मान में दीपोत्सव के रूप में सोहराय पर्व मनाते हैं। इस पावन अवसर में ग्रामीणों ने तुनदाह-टमाक के थाप पर सोहराय नृत्य कर आनंद लिया। अखड़ा ने बताया दुमका के आसपास अभी सोहराय नहीं मनाया जाता है, लेकिन अभी भी झारखंड के कई गांवों में, बंगाल और उड़ीसा राज्य के कई गांवों में सोहराय पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है। संताल परगना भू-भाग में सोहराय जनवरी व फरवरी को मनाने का परंपरा है। लेकिन संताल हूल के पहले इस भू-भाग में भी सोहराय पर्व अभी ही मनाया जाने का परंपरा था। अभी संताल आदिवासियों का सोहराय महीना चल रहा है। यह महीना भी पर्व के नाम पर आधारित है। मौके में मंगल मुर्मू, सुनील सोरेन, फिलिप सोरेन, नोरेन मुर्मू, लुखींन मुर्मू, लीलीमुनि हेम्ब्रम, मोनिका हांसदा, मर्शिला हेम्ब्रम आदि उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार /नीरज/वंदना-hindusthansamachar.in

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