कर्ज और आर्थिक तंगी के कारण बनारसी साड़ी के कारोबारी ने लगाई फांसी ।
कर्ज और आर्थिक तंगी के कारण बनारसी साड़ी के कारोबारी ने लगाई फांसी ।

कर्ज और आर्थिक तंगी के कारण बनारसी साड़ी के कारोबारी ने लगाई फांसी ।

धनबाद, 20 जुलाई (हि.स.) । लॉकडाउन में दुकान लगातार बंद रहने तथा बिक्री चौपट हो जाने से कर्ज में फंसे ऊपर बाजार धर्मशाला रोड निवासी श्री काशी विश्वनाथ नामक बनारसी साड़ी दुकान के संचालक 46 वर्षीय तरुण कुमार बशाक ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक अवकाश प्राप्त दारोगा रमेश प्रसाद सिंह का बड़ा दामाद था। रमेश प्रसाद को दो बेटियां ही हैं, तरुण उनका बड़ा दामाद था, उसकी शादी 20 वर्ष पूर्व हुई थी, वह ससुराल में ही रहता था। सास के निधन के बाद अपने ससुर की देखरेख करता था। मृतक को इकलौती अविवाहित पुत्री यीशु है। उसने इस बार राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर धनबाद से 12वीं पास की है। मृतक की पत्नी पत्नी नीलिमा कुमारी सिंह धनबाद पब्लिक स्कूल में शिक्षिका हैं। 6 वर्ष पूर्व उसने बनारसी साड़ी की दुकान घर पर ही की थी बनारस से साड़ी ला कर कम मार्जिन पर बेचता था । उसके ससुर रमेश प्रसाद सिंह ने बताया कि महाजन के पास उसका करीब 3 लाख बकाया हो गया था। इससे वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। लॉकडाउन में कपड़ा दुकान बंद होने से उसकी स्थिति खस्ता हो गई थी, और जब कपड़ा दुकान खोलने का आदेश हुआ तो बिक्री मामूली हो रही थी। उसने दुकान से घर जाने के बीच की सीढ़ी में साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। हो हल्ला होने पर पड़ोसी आजसू नेत्री सुमिता दास, शिबू दास समेत अन्य लोग पहुंचे और उन्हें ओम साईं अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उसने सुसाइडल नोट लिखा है जिसमें कहा है कि मेरी पत्नी बेटी एवं ससुर अच्छे हैं। वही नालायक है इस कारण दुनिया छोड़कर जा रहे हैं। उन्होंने अपनी मां का वार्षिक श्राद्ध करते रहने की बात नोट में लिखी है।घटना की सूचना पाकर गोविंदपुर पुलिस पहुंची और पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद पीएमसीएच भेज दिया गया। इस संबंध में थाना में यूडी कांड अंकित किया गया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार / बिमल चक्रवर्ती /सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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