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चाइबासा में आदिवासियों ने शुरू की स्ट्रॉबेरी की खेती

रांची, 15 फरवरी (हि. स.)। पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत तांतनगर प्रखंड के विभिन्न गांव के 5 प्रगतिशील महिला किसान सुनाय चातर(काठभारी), शंकरी कुंटिया(चिरची), रानी कुंकल(टांगरपोखरिया), सुनिता सामड(गितिलादर) एवं पार्वती कुंकल(टांगरपोखरिया) ने ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के सौजन्य से संचालित झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के तहत महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना से जुड़कर सुक्ष्म टपक सिंचाई परियोजना के माध्यम से स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की हैं।अभिनव प्रयास कुल 6,500 टिशू कल्चर स्ट्रॉबेरी किस्म के पौधा का बागानी कुल 75 डिसमिल जमीन में प्रारंभ किया गया है तथा वैज्ञानिक खेती के साथ ही समय-समय पर तकनीकी सहायता एवं बेहतर विनिमय प्रणाली की श्रृंखला को विकसित करते हुए महिला किसानों को अच्छी आमदनी दिला कर उनके आजीविका को गति प्रदान किया जा रहा है। इस संबंध में जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक शैलेंद्र जारीका ने बताया कि जिले में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्ट्रॉबेरी की खेती कि विधि की जानकारी महिला किसानों को उपलब्ध करवाया गया, जिनमें उपर्युक्त 5 प्रगतिशील महिला किसानों के द्वारा रुचि दिखाते हुए स्ट्रॉबेरी की खेती सुक्ष्म टपक सिंचाई के माध्यम से प्रारंभ किया गया एवं समय-समय पर इन किसानों को वैज्ञानिक खेती एवं आधुनिक तकनीक सहायता प्रदान किया गया तत्पश्चात उत्पादन के फल स्वरुप औसतन 300 प्रति किलो इसका बाजारीकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रगतिशील महिला किसानों के उत्साहवर्धक परिणाम के फलस्वरुप स्ट्रॉबेरी की खेती को आगे भी अन्य किसानों को प्रेरित करते हुए इसमें जोड़ने की कवायद प्रारंभ की गई है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक के द्वारा बताया गया कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने तथा इन पांचो प्रगतिशील महिला किसानों को प्रोत्साहित करते हुए पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, एसपी अजय लिंडा, उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, तांतनगर अनंत कुमार के द्वारा उत्पादन के बाजारीकरण के प्रयास को बल देते हुए सुनाय चातर एवं शंकरी कुंटिया के माध्यम से खरीद कर किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार /वंदना-hindusthansamachar.in

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