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बाल गृह से फरार तीन नाबालिग बच्चे पटना जंक्शन से बरामद

कोडरमा, 20 मई (हि. स.)। जिले के तिलैया थाना के पीछे भाड़े के मकान में संचालित बाल गृह से चकमा देकर फरार तीन बेसहारा नाबालिग बच्चों को आज पटना जंक्शन से सकुशल बरामद कर लिया गया है। वे सीडब्लूसी पटना के पास हैं। उन्हें लाने टीम रवाना होगी और फिर लेकर कोडरमा पहुंचेगी। पटना रेलवे चाइल्डलाइन ने रेस्क्यू करने के बाद सीडब्लूसी को सौंप दिया। 19 मई की रात फरार हुए बच्चे की उम्र 12, 13 और 14 साल है। बच्चे कोडरमा स्टेशन से ट्रेन पकडकर रात में पटना भाग गए। भागने की पूरी तसवीर सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गयी है। इस पूरे घटनाक्रम में बाल गृह को संचालन करने वाली संस्था एनजीओ ग्राम प्रौद्योगिकी संस्थान की लापरवाही सामने आयी है। जब बच्चे फरार हुए तब नाइट गार्ड और हाउस फादर बाल गृह में थे। जानकारी के मुताबिक रूम से बाहर निकलकर बच्चे पास के बरामदे में आए और बेडशीट को रस्सी बनाकर इसके सहारे नीचे उतर कर फरार हो गए। घटना की जानकारी जब हाउस फादर और नाइट गार्ड हुई तो उन्होंने डीसीपीओ नरेन्द्र सिंह को दी। इसके बाद बाल कल्याण समिति को भी दी गयी। सीडब्लूसी के चेयरमैन रूपा सामंतो ने इसकी सूचना थाना को दी। इसके साथ ही बाल गृह अधीक्षक विकास कुमार ने भी थाना को पूरी घटनाक्रम की जानकारी दी। सीडब्लूसी के चेयरमैन रूपा सामंतो और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अर्चना ज्वाला बाल गृह पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली। सीडब्लूसी चेयरमैन रूपा सामंतो ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद बताया कि यह पूरी तरह बाल गृह संचालन करने वाली एनजीओ की लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि बडा सवाल है कि बच्चे रूम से रात में बाहर कैसे निकले और निकले तो उन्हें इसकी जानकारी क्यों नहीं हुई। उनके अनुसार कुल छह बच्चे थे, जिनमें तीन फरार होने के बाद तीन बच्चे फिलहाल बाल गृह में हैं। चाइल्डलाइन द्वारा सौंपे गए फरार हुए बच्चों में 12 साल का एक बच्चा बिहार का और दूसरा कोडरमा और तीसरा परसाबाद का है। उन्होंने यह भी बताया कि 12 और 13 साल के दोनों बच्चे काफी दिनों से यहां थे, जबकि 14 साल का बच्चा दो माह से रह रहा था। हिन्दुस्थान समाचार/ संजीव

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