ऑनलाइन क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों को सार्थक मार्गदर्शन मिला: राज्यपाल
-सिद्धो कान्हू मुर्मू विवि के स्थापना दिवस को ऑनलाइन माध्यम से किया संबोधित रांची, 10 जनवरी (हि.स.) । झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि सम्पूर्ण विश्व कोराना वायरस कोविड-19 की चुनौती से प्रभावित है। शिक्षा जगत पर भी इसका गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान बन्द होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। राज्यपाल रविवार को दुमका के सिद्धो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर ऑनलाइन अभिभाषण में बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि ऐसे विकट समय में शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन देने का सार्थक कार्य किया। राज्यपाल ने कहा कि संताल परगना क्षेत्र में विद्यार्थियों के बीच ऑनलाइन क्लास के लिए इंटरनेट की सर्वसुलभता स्पीड एक चुनौती रही है। राज्यपाल ने कहा कि आज बदलते दौर में तकनीक के माध्यम से सभी से जुड़ पाई है आज इस विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सभी के बीच इस तकनीक के माध्यम से सम्मिलित होकर अपार प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी विष्वविद्यालय या शिक्षण संस्थान का स्थापना दिवस उत्साह एवं उमंग का होने के साथ-साथ आत्म-अवलोकन, आत्म-निरीक्षण एवं आत्म-चिंतन का भी होता है । इस परिप्रेक्ष्य में चाहिए कि इन सब बिन्दुओं पर विचार करते हुए प्रगति की दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ें। सम्पूर्ण शिक्षा जगत के लिए यह अत्यंत आवष्यक है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय या षिक्षण संस्थान की स्थापना के पीछे मूल उद्देश्य छात्रहित है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को अपने विद्यार्थियों के प्रति सतत् चिन्तनशील रहना चाहिये। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिये। विद्यार्थी सिर्फ एक विद्यार्थी तक सीमित नहीं है। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आधुनिक वैष्विक परिदृश्य में उच्च शिक्षा की भूमिका में परिवर्तन आया है। यह न केवल व्यक्तिगत दृष्टिकोण से अहम हो गया है, बल्कि समाज एवं राष्ट्रहित में भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस युग में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। इसमें सभी को एक्सलींस प्राप्त करने की ओर सदैव तत्पर रहना होगा, शिक्षण संस्थानों से इस दिशा में पूर्ण अपेक्षा है। इसके लिए सभी को एक मिषन अथवा अभियान के रूप में कार्य करना होगा। वे चिंतन करें कि किस प्रकार विद्यार्थियों को बेहतर-से-बेहतर षिक्षा प्रदान कर एक शिक्षित नागरिक बनाया जा सके ताकि राष्ट्र निर्माण में अपना सकारात्मक योगदान दे सकें। विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में कुलपति प्रोफसर सोनाझरिया मिंज, प्रतिकुलपति डॉ हनुमान शर्मा, कुलसचिव डॉ डीएन सिंह सहित विवि के सारे पदाधिकारी, छात्र और शिक्षक कर्मचारी मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/ वंदना-hindusthansamachar.in