roopa-tirkey-death-investigation-should-be-handed-over-to-cbi-without-delay-babulal-marandi
roopa-tirkey-death-investigation-should-be-handed-over-to-cbi-without-delay-babulal-marandi

रूपा तिर्की मौत की जांच अविलंब सीबीआई को सौंपा जाए : बाबूलाल मरांडी

रांची, 19 मई (हि. स.)। भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत मामले में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को चिट्ठी लिखकर अविलंब सीबीआई जांच की मांग किया है। उन्होंने चिट्ठी के मार्फत कहा है कि तीन मई को साहेबगंज महिला थाना प्रभारी में पदस्थापित दारोगा रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के बाद मृतका के परिजनों ने साहेबगंज में मीडिया के सामने बयान देकर कहा है कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या नही की। यह किसी साजिश का शिकार हुई है एवं इस बाबत परिजनों ने साहेबगंज थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई। जिसमें रूपा तिर्की से लगातार सम्पर्क रखने वाली दो महिला पुलिस अवर निरीक्षक जो बेचमैट भी है एवं एक झामुमो के सचिव पंकज मिश्रा जो आपके विधायक प्रतिनिधि भी हैं, पर आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा है कि इस दिशा में स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा जाँच के नाम पर खानापूर्ति कर इसे आत्महत्या का रूप देकर मामले के पटाक्षेप का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस द्वारा मृतका रूपा तिर्की के आत्महत्या मामले में मृतका के मित्र एवं बेचमैट शिव कुमार कनौजिया को गिरफ्तार कर साजिश, षडयंत्र एवं हत्या की आशंका वाले मामले से ध्यान भटकाया जा रहा है, जो न सिर्फ मृतका के परिजनों बल्कि पूरे आदिवासी समाज सहित किसी के गले नहीं उतर रहा है। सारे लोग एक स्वर में रूपा तिर्की की हत्या किए जाने का संदेह जता रहे हैं। मरांडी ने बुधवार को कहा कि पूरे राज्य में इस मामले को लेकर विभिन्न संगठनों एवं राजनीतिक दलों ने इस कांड की जाँच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की माँग की है जिससे इस मामले की सच्चाई जनता के सामने आ सके और परिवार वालों को भी जाँच पर भरोसा हो सके। मृतका के परिजनों को स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही जाँच पर भरोसा नहीं है एवं लगातार सीबीआई जाँच की माँग कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इस बाबत कई आदिवासी संगठनों ने विभिन्न तरीके से आपको संदेश भेजकर एवं मिलकर इस मामले की जाँच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया है एवं अभी तक कई संगठनों ने इसकी जाँच सीबीआई से कराने के लिए रोज व रोज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सत्ताधारी दल के कई विधायकों ने भी इस मामले में आपसे मिलकर सीबीआई से जाँच कराने का अनुरोध किए हैं। चूँकि यह मामला एक होनहार महिला पुलिस पदाधिकारी के मौत से जुड़ा है एवं लोगों की संवेदनाएँ इससे जुड़ी हुई है तो बेहतर होता कि बिना देर किए इस मामले की जाँच सीबीआई से कराने का आदेश देते ताकि मृतका के परिजनों का भरोसा राज्य सरकार पर बना रहे और यह नैसर्गिक न्याय का तकाजा भी है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in