रामगढ़ में लोगों को पीने के लिए मिल रहा दूषित पानी
रामगढ़, 25 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की घोषणा कर दी है लेकिन रामगढ़ छावनी परिषद लोगों का स्वास्थ्य खराब करने पर आमदा है। छावनी परिषद जिस पेयजल की आपूर्ति कर रहा है, वह दूषित हो गया है। अगर कोई व्यक्ति उस पानी को पी ले तो उसके बीमार पड़ने की गारंटी शत-प्रतिशत है। छावनी परिषद के अधिकारी इस कोरोना काल में लोगों की जिंदगी से खेल रहे हैं। छावनी परिषद क्षेत्र के 8 वार्ड में प्रतिदिन पाइपलाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है। उस पानी को हाथ में लेने से हाथ ही गंदा हो जा रहा है। ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति उसे कैसे पी सकता है। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिस पानी को पेयजल बताया जा रहा है, उसे जानवर भी नहीं पी सकते हैं। पाइप लाइन से गंदा, बदबूदार और जानलेवा पानी की आपूर्ति की जा रही है। आम लोग प्रतिदिन उस पानी को सिर्फ नालियों में बहाने का काम कर रहे हैं। क्योंकि, उस पानी से ना तो कपड़ा धोया जा सकता है और ना ही बर्तन। उसमें इतने कीड़े लगे हुए हैं कि अगर कोई उसका इस्तेमाल करें तो उसे भी संक्रमण हो सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश/चंद्र