parents39-union-will-agitate-against-fees-collection-in-schools-from-may-26
parents39-union-will-agitate-against-fees-collection-in-schools-from-may-26

स्कूलों में फीस वसूली के खिलाफ 26 मई से अभिभावक संघ करेगा आंदोलन

रामगढ़, 23 मई (हि.स.)। लॉकडाउन के दौरान स्कूलों में फीस वसूली की जा रही है। इसके खिलाफ अभिभावक संघ ने आंदोलन करने का फैसला किया है। रविवार को झारखंड राज्य अभिभावक संघ की वर्चुअल मीटिंग अजय राय की अध्यक्षता में हुई। जिसमें प्रदेश पदाधिकारी और विभिन्न जिला के अध्यक्ष व महासचिव शामिल हुए। बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने एक स्वर से इस बात को रखा की बंद स्कूलों द्वारा अभिभावको से लगातार सभी प्रकार की फीस की मांग की जा रही है।फीस ना देने पर बच्चों की ऑन लाइन क्लास बाधित की जा रही है। इस मुद्दे पर 26 मई को प्ले कार्ड के माध्यम से वर्चुअल धरना, 28 मई को काला बिल्ला लगाकर फेसबुक के माध्यम से सीधा लाइव और 30 मई को ट्वीटर के माध्यम से राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश की प्रति प्रत्येक जिला मुख्यालय में डिस्प्ले की जाएगी। स्कूल प्रबंधन को सरकार, सीबीएसई, आईसीएसई, राज्य बोर्ड की ओर से जारी आदेश की प्रति दी जाएगी। सभी जिलों में सोशल मिडिया व विभिन्न संचार माध्यम से अभिभावकों को गोलबंद कर आंदोलन को गति दी जाएगी। अजय राय ने कहा कि पिछले14 महीने से निजी स्कूलों से कोई सुविधा अभिभावकों द्वारा नही ली गई है। जैसे साइंस लैब, कम्प्यूटर क्लास, स्मार्ट क्लास, क्लास रूम स्टडी, लेब, ग्राउंड, बिजली, पानी, मैगजीन, लाइब्रेरी की सेवा नहीं मिली। ऑन-लाइन क्लास भी आधी अधूरी तैयारी के साथ दी गई । इसके बावजूद ऑन-लाइन क्लास के माध्यम से अभिभावकों को लगातार फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में उद्योग धंधे बंद हो जाने के कारण अभिभावक़ गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे है। आज उनके हालात काफी बद से बदतर हो गए है। प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लगभग 70 से 80 फीसदी तक लोग पूरी तरह बेरोजगार हो गए है । झारखंड प्रदेश में 21 मार्च के पूर्व से स्कूल बंद हुए हैं। आज लगभग 14 महीने से भी ज्यादा हो गए है। ऐसे हालात में भी अभिभावक बच्चों के भविष्य को देखते हुए मन्थली फ़ीस जैसे तैसे जमा करते आ रहे है। इस बात को स्कूल प्रबंधन को भी सोचना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in