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आदिवासी समाज की छद्म हितैषी है हेमंत सरकार : दीपक प्रकाश

रांची, 26 फरवरी (हि. स.)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने शुक्रवार को राज्य सरकार पर कड़ा हमला बोला है। प्रकाश शुक्रवार को गुमला जिलान्तर्गत कामडारा प्रखंड के आमटोली टोला से लौटकर प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। बीते मंगलवार को इस गांव में एक परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार में सबसे ज्यादा दलित और आदिवासी समाज के लोग प्रताड़ित हो रहे हैं। इस समाज के हितैषी होने का दम्भ भरने वाले के राज्य में आदिवासियों का नर संहार होना आम बात हो गई है। सरकार गठन के बाद चाहे वो चाईबासा के बुरुगुइलकेर में 19 जनवरी 2020 को सात आदिवासियों की नृशंस हत्या हो या फिर संथाल परगना के भोगना डीह में शहीद सिदो कान्हू के वंशज की हत्या हो। फिर गुमला की ये घटना हो, सभी राज्य के हालात को बताने के लिये काफी है। उन्होंने कहा कि अब तो राष्ट्रीय अखबारों में राज्य के बदतर हालात की चर्चा प्रमुखता से हो रही है। राज्य में बड़े पैमाने पर घटित होने वाली दुष्कर्म की घटनाओं में भी आदिवासी एवम दलित समाज की महिलाएं और बेटियां ही प्रभावित हुई हैं। कामडारा की घटना सुनियोजित, खूफिया तंत्र असफल गुमला घटनास्थल का दौरा कर लौटे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या सुनियोजित तरीके से की गई है। घटनास्थल पर बातचीत में इसके स्पष्ट संकेत मिले। ज्ञात हुआ कि घटना को अंजाम देने के पूर्व गांव में अपराधियों ने बैठक कर योजना बनाई और हत्या के बाद भी मीटिंग कर घटना की सूचना किसी को नही देने का ग्रामीणों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का खूफिया तंत्र पूरी तरह से बिफल हो चुका है। आज अपराधियों के डर से क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल है। पुलिस प्रशासन केवल डायन बिसाही के नाम पर घटना की लीपापोती करने में है। प्रकाश ने इसे अपराधियों की और कुछ दूसरी मंशा होने की दृष्टि से भी जांच करना चाहिये। यह संपत्ति से जुड़ा मामला भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि डायन से संबंधित हत्या में पूरे परिवार की हत्या का रिकॉर्ड नही मिलता। असंवेदनशील सरकार दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह सरकार पूरी तरह असंवेदनशील सरकार है, जिसके मन मे आदिवासियों, दलितों, महिलाओं,गरीबों के कोई दर्द नही। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने बड़े सामूहिक नरसंहार के बाद आज तक सरकार का कोई मंत्री और प्रतिनिधि घटनास्थल पर नही पहुंचा। इसी से लगता है कि सरकार के लोगों को केवल अपनी कुर्सी की चिंता है ,राज्य की जनता के दर्द से कुछ भी लेना देना नही। प्रकाश ने कहा कि भाजपा इस जघन्य अपराध से मर्माहत है। हम सिर्फ इस घटना की निंदा ही नही कर रहे बल्कि, पार्टी इस संकट में पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। प्रकाश ने कहा कि जिस परिवार में तीन पीढियां, दादा, पिता,मां, बेटा सब की हत्या एक साथ कर दी गई हो उस घर मे केवल एक छोटी बच्ची जीवित है, जो घटना के दिन रांची में अपने मौसी के घर थी। उसकी पीड़ा मुख्यमंत्री संवैधानिक और मानवीय दोनो दृष्टि से महसूस करें और राज्य सरकार के माध्यम से उसके सम्पूर्ण लालन पालन पढ़ाई की जिम्मेवारी लेने की घोषणा करें। इसके पूर्व घटना स्थल पर दौरे में प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, पार्टी के वरिष्ठ नेता एवम पूर्व आईपीएस अधिकारी डॉ अरुण उरांव सहित भाजपा गुमला जिलाध्यक्ष शामिल थे। प्रेसवार्ता में प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, डॉ अरुण उरांव, प्रतुल शाहदेव, शिवपूजन पाठक उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण

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