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ईसीएल की कोलनेट व्यवस्था में सुधार हो : राधेश्याम चौधरी

गोड्डा, 19 मई (हि.स.)। ईसीएल के राजमहल क्षेत्रीय कार्यालय से होने वाले कर्मचारियों के वेतन एवं अन्य सभी प्रकार के बिल भुगतान में पारदर्शिता लाने के लिए शुरू की गई डिजिटल वेब प्रणाली कोलनेट अब परेशानी का सबब बनती जा रही है। आए दिन इस प्रणाली में होने वाली खराबी का असर सभी विभागों पर पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार नई प्रणाली में कोल नेट से उपलब्ध कराए जा रहे पे स्लिप एवं अन्य प्रकार के दस्तावेजों में उनके पूर्व के सेवा रिकॉर्ड से भिन्न आंकड़ा उपलब्ध कराया जा रहा है। इस मामले की जानकारी तब सामने आयी जब मजदूर सेवानिवृत्त हो रहे हैं तथा उनको इस प्रणाली के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले को लेकर बुधवार को माकपा सह सीटू के वरीय नेता डॉ राधेश्याम चौधरी ने कहा है कि राजमहल परियोजना में कार्मिक विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मचारी की इस संबंध में की गई उदासीनता के कारण सैकड़ों मजदूरों की पे स्लिप में भारी गड़बड़ी पाई जा रही है, जो गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का जन्मतिथि, नाम, पिता का नाम सहित अन्य आंकड़ों में गड़बड़ी की लगातार शिकायत मिल रही है। डॉ चौधरी ने कहा कि इस प्रणाली के शुरू होने के बाद कर्मचारी परेशान हैं। रणनीति कार्मिक विभाग द्वारा अपनाई गई है। कर्मचारी काफी परेशान अपने गलतियों को सुधार वाने में कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। कोल नेट का हवाला देकर कर्मचारियों को बहला दिया जाता है जबकि कोल नेट में सभी प्रकार के आंकड़े कार्मिक विभाग के द्वारा ही डाला गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सितंबर 20 में ही शिकायत दर्ज करा दी गई है, इसके बावजूद अभी तक मामले में संज्ञान नहीं लिया गया है। लॉकडाउन के बाद धरना प्रदर्शन आदि के माध्यम से इस मामले को उठाया जाएगा। इधर, इसी मामले को लेकर संथाल परगना कोलियरी कर्मचारी संघ के पूर्व महामंत्री एवं जेबीसीसीआई सदस्य बीके राय ने कहा कि इस प्रकार का मामला उनके पास आया है तथा वे मजदूरों के इस मामले को उच्च अधिकारियों के पास रखेंगे। इस संबंध में राजमहल परियोजना के क्षेत्रीय कार्मिक महाप्रबंधक एसके प्रधान ने कहा कि मजदूरों के पूर्व के रिकॉर्ड के साथ कोल नेट के आंकड़ों का मिलान किया जा रहा है। जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/ रंजीत

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