
दुमका, 26 जुलाई (हि.स.)। सात दिनों से लापता युवक का शव रविवार को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गमरा गांव के सीतागड़िया जंगल से बरामद किया गया। मजिस्ट्रेट के तैनाती में डीएसपी, सदर सदर मोहम्मद नूर मुस्तफा के नेतृत्व में मिट्टी खोदकर शव निकाला गया। जानकारी के अनुसार 19 जुलाई से ही जामा थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव निवासी उमेश कुमार मंडल घर नहीं पहुंचा था। लापता उमेश मंडल की घरवाले तलाश में जुटे थे। थक हार कर उन्होंने दो दिन के बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में पाया कि उमेश कुमार मंडल दुमका में कल्पना मेडिकल स्टोर में काम करता था। उसी स्टोर में शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के झुरको गांव निवासी प्रदीप मांझी भी कार्यरत था। उमेश मंडल ने एक माह पूर्व ही नई होंडा साइन बाइक खरीदी थी। बाइक की लालच में प्रदीप मांझी ने 19 जुलाई को उमेश कुमार के ही बाइक में उसे लेकर निकला। अपने गृह क्षेत्र में शराब पिलाने के बाद उसकी गला दबा हत्या कर दी। हत्या के बाद वह बाइक लेकर फरार हो गया। इसके बाद दूसरे दिन वह कुदाल लेकर घटनास्थल पर पहुंचा और शव का सर से धर से अलग कर दिया। शव के दो टुकड़े करने के बाद शव को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गमरा गांव के सीतागड़िया जंगल में ही झाड़ी के बीच में गड्ढा खोदकर दफना दिया। पुलिस जांच में प्रदीप मांझी पकड़ा गया। उसने पुलिस के समक्ष हत्या करने की बात स्वीकार की। हिन्दुस्थान समाचार/ नीरज/ वंदना-hindusthansamachar.in