जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखा जाना समझ से परे : युवा कांग्रेस
जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखा जाना समझ से परे : युवा कांग्रेस

जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखा जाना समझ से परे : युवा कांग्रेस

रांची, 23 जुलाई (हि. स.)। कोरोना काल में अनियोजित लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के कारण अनेक युवाओं ने अपनी नौकरी गंवाई। अब जबकि देशव्यापी लॉकडाउन खुल गया है और आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ की जा चुकी है। ऐसे में राज्याभर में जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखा जाना समझ से परे है। झारखंड युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव ने सरकार से मांग की है कि जिम और व्यायामशालाओं को सामाजिक दूरी के साथ खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। गौरव ने गुरुवार को कहा कि जिम और व्यायामशालाओं को खोलने की जरूरत है। इससे जहां , देश के लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी, वहीं लाखों युवा जो लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो गए थे उन्हें पुनः रोजगार से जोड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि जब लॉकडाउन हटा दिया गया है और अन्य आर्थिक गतिविधियां सामान्य रूप चल रही हैं तो जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखना समझ से परे है । केंद्र सरकार सामाजिक दूरी की गाइडलाइन के साथ व्यायामशालाओं और जिम के संचालन की अनुमति दे। युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता उज्ज्वल प्रकाश तिवारी ने कहा कि खेल की तैयारी करने , स्वस्थ रहने , प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए जिम और व्यायामशाला का संचालन जरूरी है। यह युवाओं को रोजगार से जोड़ने में भी सहायक साबित होगा । कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था। इससे पूरे देश में जरूरी सेवाओं के अलावा सभी आर्थिक व सामाजिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई। उस समय जिम और व्यायामशालाएं भी बंद कर दी गई थी । इससे देश में बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हुए हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी ( सीएमआईई ) की मई की रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल महीने में पहले लॉकडाउन के दौरान 20 से 30 साल के 2 करोड़ 70 लाख युवाओं की नौकरी चली गई । अब जबकि पूरे देश में लॉकडाउन खत्म हो गया है। सामाजिक दूरी के साथ सभी प्रकार की आर्थिक गतिविधियां चलाई जा रही है तो व्यायामशाला और जिम पर लगी रोक अन्यायपूर्ण है और इसे हटाना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/ विनय-hindusthansamachar.in

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