स्कूलों, धार्मिक स्थलों और रिहायशी इलाकों से शराब के ठेकों को बंद कर स्थानांतरित करें: पैंथर्स पार्टी

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जम्मू, 03 जून (हि.स.)। पैंथर्स पार्टी के सचिव गगन प्रताप सिंह ने गुरूवार को कहा कि ऐसे समय में जब लोग कोरोना महामारी की भयंकर लहर से गुजर रहे हैं तो जम्मू-कश्मीर सरकार ने एक महीने का लॉकडाउन हटने के तुरंत बाद सप्ताह में तीन दिन शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हाल ही में नीलाम की गई शराब की दुकानों पर अजीबोगरीब लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, वहीं जम्मू क्षेत्र में कई जगहों पर शराब की दुकानों के खिलाफ सड़कों पर जनता का आक्रोश देखा गया, जो समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर क्षेत्र केवल 4 लाईसैंसों की नीलामी की गई जबकि जम्मू क्षेत्र में 200 से अधिक शराब लाइसेंस क्यों नीलाम किए गए? उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या यह धारा 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू क्षेत्र के खिलाफ पद्वापात को दूर करने का तरीका हे सिके बारे में भाजपा नेतृत्व द्वारा बार-बार घोषित किया जा रहा था? पैंर्थस पार्टी के सचिव गगन प्रताप सिंह गुरूवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गगन प्रताप ने कहा कि शराब की दुकानों पर कोरोना के नियमों का पालन नहीं करते हुए लोगों की भीड़ जम्मू में यह दर्शाती है कि किस तरह से भगवा शासन के तहत मंदिरों के शहर को बार प्लाजा के शहर में परिवर्तित किया जा रहा है। जेके आबकारी अधिनियम के उल्लंघन में शराब की दुकानों की स्थापना के विरोध में सड़कों पर आने वाले लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए सिंह ने जम्मू-कश्मीर सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने और नई नीलामी की गई उन सभी शराब की दुकानों को बंद करने और स्थानांतरित करने को कहा जिनको आवासीय क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थानों और धार्मिक स्थलों के निकट खोला गया है या खुलने वाली हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थानीय शांति और सद्भाव को बिगाड़ सकता है। ऐसे स्थानों पर शराब की दुकानें खोलने से निश्चित रूप से लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और अपराध दर में और वृद्धि होगी। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान

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